पहली बरसात ने खोली प्रशासन के प्रबंधों की पोल, जलभराव से लोगों में रोष
मंगलवार रात से सोमवार सुबह करीब 11 बजे तक रूक-रूक कर हुई बरसात ने प्रशासन के प्रबंधों की पोल खोलकर रख दी। सीवरेज बदहाल होने के कारण शहर की मंडी पुराना अस्पताल रोड रेलवे अंडरपास पुरानी मंडी बालाजी कालोनी शक्ति नगर सहित अन्य कालोनियां पानी से लबालब हो गई।
जागरण संवाददाता, कैथल :
मंगलवार रात से सोमवार सुबह करीब 11 बजे तक रूक-रूक कर हुई बरसात ने प्रशासन के प्रबंधों की पोल खोलकर रख दी। सीवरेज बदहाल होने के कारण शहर की मंडी, पुराना अस्पताल रोड, रेलवे अंडरपास, पुरानी मंडी, बालाजी कालोनी, शक्ति नगर सहित अन्य कालोनियां पानी से लबालब हो गई। लोगों का कहना है कि सीवरेज की सफाई न होने के कारण ऐसी दिक्कत आई। लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कैथल में 14, कलायत में 15 व गुहला में सबसे ज्यादा 32 एमएम बरसात हुई। इस बरसात से लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिली, वहीं किसानों के चेहरे भी खिल उठे। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों तक अच्छी बरसात होने की संभावना हैं। किसान रामकुमार, सतबीर व मांगे राम ने बताया कि जून व आधा माह जुलाई का बीत चुका था, अब बरसात हुई है। इससे धान की फसल को काफी फायदा होगा। कई किसान तो बरसात होने का इंतजार कर रहे थे, अब वे धान की रोपाई शुरू करेंगे।
बड़ी देवी माता मंदिर के नजदीक सड़क पर गहरे गड्ढे में फंसी कार
पुराना अस्पताल के साथ लगती सड़क पर गहरा गड्ढा होने के कारण जल भराव के चलते एक कार धंस गई। इस कारण कार चालक को काफी परेशानी हुई। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद कार को निकाला गया। इसके थोड़ी देर बाद दूध वाला मोटरसाइकिल चालक भी गिर गया। वाहन चालक रमेश, नरेश ने बताया कि बरसात होते ही यहां जल भराव की दिक्कत हो जाती है, लेकिन संबंधित विभाग व प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। कई दिनों तक यहां पानी जमा रहता है। इसी प्रकार मंडी आढ़तियां ने कहा कि सीवरेज सफाई न होने के कारण मंडी बरसात के पानी से भर गई। आने-जाने के कारण आढ़तियों को काफी दिक्कत आई। इसी प्रकार रेलवे अंडरपास में भरे पानी के कारण जाखौली अड्डा, बैंक कालोनी, राम नगर, मॉडल टाउन, रजनी कालोनी, हाऊसिग बोर्ड कालोनी, जज कालोनी, पटेल नगर, सरगोदा कालोनी सहित अन्य कालोनी के लोगों को शहर में आने-जाने के लिए दूसरे रास्तों से होकर आना-जाना पड़ा। लोगों ने कहा कि जल भराव से मच्छरों की भरमार पैदा होगी। प्रशासन को पानी की निकासी का प्रबंध किया जाना चाहिए।