समाज में फैले भय के माहौल को करना होगा खत्म : जितेंद्र
जागरण संवाददाता, कैथल : राष्ट्रीय आर्य क्षत्रिय सभा के तत्वावधान में आर्य समाज से जुड़े लोगों ने
जागरण संवाददाता, कैथल : राष्ट्रीय आर्य क्षत्रिय सभा के तत्वावधान में आर्य समाज से जुड़े लोगों ने विजयादशमी का पर्व मनाया। वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ यज्ञ किया गया। यज्ञ ब्रह्मा आचार्य गौतम व गुरुकुल टटेसर के ब्रह्माचारी मौजूद रहे। मुख्यातिथि के तौर पर आचार्य जितेंद्र ने शिरकत की। आर्य क्षत्रियों ने शहर में पैदल मार्च निकाला जो जाट ग्राउंड से शुरू होकर पिहोवा चौक व जिला सचिवालय होते हुए ग्राउंड में समाप्त हुआ। मुख्य वक्ता के रूप में अथर्व वेद आचार्य हनुमतप्रसाद उपाध्याय उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि युवाओं को धर्म और राष्ट्र के स्वरूप को समझना चाहिए। इससे युवाओं में राष्ट्र और धर्म के प्रति सच्ची भावनाएं उत्पन्न होती हैं। समाज में कुछ तथाकथित विद्वानों द्वारा वर्णों के बारे में भ्रांतियां फैलाई गई हैं कि वर्ण जन्म से होते हैं। इस भ्रांति को हमें समाज से नष्ट करना होगा और वर्णों कि जो उच्चतम कर्म व्यवस्था है उसे इस समाज में आर्यों को पुन: स्थापित करना होगा। आचार्य जितेंद्र ने कहा कि समाज में वर्तमान समाज में उपस्थित भय और दुराचार के वातावरण को आर्य क्षत्रिय कैसे समाप्त कर सकते हैं। क्षत्रिय समाज कि वो कड़ी है जो इस समाज में सभी वर्णों को उनका अधिकार दिला व उनकी रक्षा कर सकता है। मंच संचालन आचार्य अवनीश ने किया। इस मौके पर आर्य रवि पानीपत, दिनेश आर्य बागपत, अंकित आर्य, राहुल आर्य, नितिन आर्य, अमनदीप आर्य मौजूद थे।