विरोध के बीच हुआ रावण के पुतले का दहन
दशहरा पर्व पर कैथल दशहरा पर्व समिति पर सेक्टर 19 के पार्ट दो के पार्क में 21 फीट के रावण के पुतले के दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के आयोजन के समय में रावण दहन से पहले पूजन का कार्यक्रम भी पूरा हो चुका था लेकिन इस दौरान बीच में ही ब्राह्मण युवा संगठन ने विरोध जता दिया।
जागरण संवाददाता, कैथल : दशहरा पर्व पर कैथल दशहरा पर्व समिति पर सेक्टर 19 के पार्ट दो के पार्क में 21 फीट के रावण के पुतले के दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम के आयोजन के समय में रावण दहन से पहले पूजन का कार्यक्रम भी पूरा हो चुका था, लेकिन इस दौरान बीच में ही ब्राह्मण युवा संगठन ने विरोध जता दिया। जिस कारण इस कार्यक्रम में काफी व्यवधान डला। इस दौरान संगठन के सदस्यों की ओर से हवाला दिया गया कि रावण एक विद्वान ब्राह्मण थे। वह चार वेदों के ज्ञाता थे। हर वर्ष उनके पुतले का दहन किया जाता है। जिस पर उन्होंने आयोजनकर्ता को पुतला दहन न करने पर विरोध जताने की बात कही। जिस कारण रावण के पुतले का दहन कार्यक्रम में काफी विलंब हुआ। इस दौरान कार्यक्रम में पहुचे यहां लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ा। इस दौरान आयोजकों की ओर से बिना सूचना दिए ही पुतले को आग लगा दी गई। ब्राह्मण युवा संगठन के विरोध के कारण अंधेरे के बीच रावण के पुतले का दहन हुआ। ब्राह्मण युवा संगठन के पदाधिकारी राजू डोहर ने कहा कि ऐसा रावण दहन नहीं करना चाहिए जिससे कि ब्राह्मण समाज हर साल हंसी के पात्र बने। इसी को लेकर उन्होंने विरोध जताया है।
सेक्टर 19 में आयोजित किए कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के सुपुत्र तुषार ढांडा, हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान समिति की ओर से सभी अतिथियों को स्वागत प्रधान अभिषेक गोयल ने किया। रावण दहन से पहले कार्यक्रम में दौरान राम-लक्ष्मण का पूजन किया गया। राम और रावण युद्ध भी हुआ। तुषार ढांडा ने कहा कि विजय दशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है। जब रावण में काफी अधिक अंहकार आ गया तो भगवान विष्णु को राम का अवतार लेकर उनका संहार करना पड़ा। वहीं, हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत ने कहा कि भगवान श्री राम हमारे जीवन के लिए एक आदर्श है। उन्होंने हमेशा ही मर्यादाओं में रहकर हमेशा प्रेम का संदेश दिया। राजा होने के बावजूद पिता का आदेश मानते हुए 14 साल को वनवास काटा। इसी वनवास के दौरान उनके सामने काफी परेशानियां आई और उसका उन्होंने आसानी से सामना कियाव्। विरोध के चलते 20 से 25 मिनट की देरी से दहन हो पाया। शहर में एकमात्र आयोजन होने के कारण सेक्टर 19 के पार्क में लोगों की काफी भीड़ उमड़ी। इस दौरान सिविल लाइन थाना से भारी पुलिस बल भी एसएचओ गुरविद्र सिंह की अध्यक्षता में मौजूद रहा। इसके अलावा शहर में डोगरा गेट, प्रताप गेट में भी बच्चों की ओर से रावण के पुतले का दहन किया गया। प्रताप गेट पर छोटे बच्चों ने 11 फीट के रावण के पुतले का दहन किया। आयोजन स्थल पर भी विभिन्न समितियों की ओर से हनुमान स्वरूप भी पहुंचे। यहां उन्होंने रावण के पुतले पर अपने गदा से वार किया। पुतले के दहन के बाद लोगों ने रावण के पुतले की जली हुई लकड़ियां भी एकत्रित की।