शहर का नशा मुक्ति केंद्र 'बीमार'
जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में नशे की गिरफ्त में आने वालों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है
जागरण संवाददाता, कैथल : जिले में नशे की गिरफ्त में आने वालों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, लेकिन सिविल अस्पताल में स्थित सरकारी नशा मुक्ति केंद्र सुविधाओं के अभाव में बीमार हो गया है। यहां न तो स्थाई स्टाफ है ओर न ही दवाइयां। केंद्र में लगाए गए बेडों पर चादर तक फटी हुई बिछाई गई हैं। सुविधा नहीं होने के कारण यहां नशा छोड़ने वाले लोग दाखिल होने से कतरा रहे हैं।
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दो साल पहले खोला गया था केंद्र
सिविल अस्पताल में करीब दो साल पहले नशा मुक्ति केंद्र खोला गया था। इस केंद्र की शुरूआत पुराने अस्पताल से की गई, लेकिन बाद में इसे जिला नागरिक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया था। अब पिछले डेढ़ साल से ओटी के नजदीक यह केंद्र चल रहा है। यहां पहले दस बेड थे, अब छह बेडों को ऊपर दूसरी मंजिल वाले कमरे पर लगा दिया है। इसके साथ लगते मनोरंजन कक्ष पर ताला लटका हुआ है। मनोरोग चिकित्सक के अनुसार पिछले दो सालों में 100 के करीब मरीज दाखिल हुए हैं। शुक्रवार को भी दो मरीज केंद्र में दाखिल मिले।
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स्टाफ दूसरी विभागों
में कर रहा काम
नशा मुक्ति केंद्र में डाटा एंट्री आपरेटर, स्टाफ नर्स सहित अन्य स्टाफ दूसरे विभागों में काम कर रहा है। हालात इस कदर खराब है कि केंद्र स्वीपर व सिक्योरिटी गार्ड के भरोसे चल रहा है। दवाइयां पर्याप्त नहीं होने के कारण नशा छोड़ने वाले लोग बिना इलाज के ही वापस लौटने पर मजबूर हो रहे हैं। हालांकि ओपीडी में रोजाना 20 से 25 मरीज रोजाना इलाज ले रहे हैं। केंद्र का मनोरंजन कक्ष बंद पड़ा है। टीवी सहित अन्य सुविधाएं कक्ष में लंबे समय से नहीं है।
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शहर व गुहला में बंद
हो चुका निजी केंद्र
शहर में पहले तीन नशा मुक्ति केंद्र होते थे, लेकिन अब मात्र एक ही नशा मुक्ति केंद्र है। गुहला शहर व कैथल के सेक्टर 21 में एक निजी संस्था द्वारा नशा मुक्ति केंद्र खोला गया था, लेकिन सुविधाओं के अभाव में यह केंद्र बंद हो गए थे। अब तीसरा नशा मुक्ति केंद्र भी बंद होने के कगार पर पहुंच गया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इन कमियों को दूर करते हुए स्थायी स्टाफ व दवाइयों सहित अन्य सुविधाओं की कमी को दूर कर दिया जाएगा।
वर्जन
सिविल अस्पताल में नशा मुक्ति केंद्र में सुविधाओं की कमी को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है। जल्द ही सभी कमियों को दूर कर दिया जाएगा। इलाज के लिए आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
- डॉ. ओमप्रकाश, कार्यकारी सीएमओ, स्वास्थ्य विभाग, कैथल।