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एजेंसी ने चंदाना गेट से शुरू किया बेसहारा पशु पकड़ने का अभियान

नगर परिषद की ओर से गोहाना की एजेंसी के सहयोग से बेसहारा पशुओं को पकड़ने का कार्य शुक्रवार से शुरू कर दिया गया। पहले दिन एजेंसी ने चंदाना गेट से दो पशुओं को पकड़ा और उन्हें नंदीशाला लेकर पहुंचे लेकिन ं नंदीशाला पदाधिकारियों ने पशु लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि नंदीशाला में अभी काम चल रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Nov 2020 06:31 AM (IST)Updated: Sat, 07 Nov 2020 06:31 AM (IST)
एजेंसी ने चंदाना गेट से शुरू किया  बेसहारा पशु पकड़ने का अभियान
एजेंसी ने चंदाना गेट से शुरू किया बेसहारा पशु पकड़ने का अभियान

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की ओर से गोहाना की एजेंसी के सहयोग से बेसहारा पशुओं को पकड़ने का कार्य शुक्रवार से शुरू कर दिया गया। पहले दिन एजेंसी ने चंदाना गेट से दो पशुओं को पकड़ा और उन्हें नंदीशाला लेकर पहुंचे, लेकिन ं नंदीशाला पदाधिकारियों ने पशु लेने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि नंदीशाला में अभी काम चल रहा है। करीब 15 दिन बाद ही वे पशु लेने में सक्षम होंगे।

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पहले तो वे लाए गए दो पशुओं को भी लेने से मना कर रहे थे, लेकिन उसके बाद नप के ईओ ने पदाधिकारियों से बात की तो दोनों पशुओं को छोड़ दिया गया। कुछ दिन पहले ही नप की ओर से नंदीशाला में 25 लाख रुपये की लागत से शेड का निर्माण कार्य करवाया गया था। एडीसी की मीटिग में नंदीशाला पदाधिकारियों ने 200 पशु लेने के लिए सहमति जताई थी, लेकिन अब काम को बीच में ही रोकना पड़ेगा। अब इस बारे में नप ईओ उच्च अधिकारियों से बातचीत करेंगे।

लंबे समय बाद शुरू हुआ था अभियान

नगर परिषद की ओर से करीब दो साल बाद पशुओं को पकड़ने का कार्य शुरू किया गया था। गोशाला संचालक पशु लेने से मना कर देते हैं, जिस कारण नप को अभियान चलाने में परेशानी होती है। अब गोहाना की एजेंसी को कार्य दिया गया था, लेकिन नंदीशाला पदाधिकारी पशु लेने के लिए मना कर गए। शहर में लगातार पशुओं की समस्या बढ़ रही है। पशुओं के कारण सड़क हादसे हो रहे हैं। प्रशासन चाह कर भी इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है। नंदीशाला के अलावा भी चार मुख्य गोशालाएं हैं जहां पशुओं को छोड़ा जा सकता है, लेकिन संचालन पशु लेने को तैयार नहीं है।

जागरण अभियान के बाद शुरू हुआ था काम

दैनिक जागरण की ओर से गोवंश संरक्षित हम सुरक्षित अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के बाद ही नंदीशाला के लिए 25 लाख रुपये मंजूर किए गए थे। उसके बाद पशुओं को पकड़ने का टेंडर लगाया गया था। अब काम भी शुरू हो गया था, लेकिन नंदीशाला ने 15 दिन का समय मांग लिया है।

काम पूरा होने पर ही ले सकते हैं पशु

नंदीशाला पदाधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि नंदीशाला में कुछ काम चल रहा है। 15 दिन में काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद ही वे पशु ले सकते हैं।

उच्चाधिकारी से करेंगे बातचीत

नप ईओ अशोक कुमार ने बताया कि एजेंसी ने पशु पकड़ने का कार्य शुरू कर दिया था। दो पशुओं को नंदीशाला में भेजा भी गया, लेकिन नंदीशाला के पदाधिकारी पशु लेने से मना कर रहे हैं। इस बारे में प्रशासनिक उच्च अधिकारियों से बातचीत की जाएगी।


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