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अध्यापक निपुण होकर विद्यार्थियों को बनाएं अच्छा नागरिक : नरवाल

जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण के लिए आयोजित निष्ठा कार्यक्रम के तहत सोमवार को प्रशिक्षण शिविर के तीसरे चरण की शुरूआत हुई। इसमें कैथल खंड के 130 अध्यापकों ने हिस्सा लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Dec 2019 09:47 AM (IST)Updated: Tue, 03 Dec 2019 09:47 AM (IST)
अध्यापक निपुण होकर विद्यार्थियों  को बनाएं अच्छा नागरिक : नरवाल
अध्यापक निपुण होकर विद्यार्थियों को बनाएं अच्छा नागरिक : नरवाल

जागरण संवाददाता, कैथल :

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जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण के लिए आयोजित निष्ठा कार्यक्रम के तहत सोमवार को प्रशिक्षण शिविर के तीसरे चरण की शुरूआत हुई। इसमें कैथल खंड के 130 अध्यापकों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी बिजेंद्र नरवाल व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की।

कार्यक्रम में अध्यापकों को प्रशिक्षण के कौशल को लेकर जानकारी दी गई। कार्यक्रम में अध्यापकों को विद्यार्थियों को पढ़ाने वाले विषयों को लेकर जानकारी दी गई।

इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी बिजेंद्र नरवाल ने कहा कि अध्यापक विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देकर देश को भविष्य तय करने का कार्य करते हैं, इसलिए अध्यापकों को इतना अधिक निपुण होना चाहिए कि वे विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देने के साथ उन्हें एक अच्छा नागरिक बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके।

इसी उद्देश्य से ह्यूमन रिसोर्स विभाग की ओर से एनसीआरटी के तत्वावधान में निष्ठा कार्यक्रम आयोजित किया गया है। वहीं, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने कहा कि यह कार्यक्रम काफी कुछ सिखाते है, जिससे हम अपनी ड्यूटी के साथ विद्यार्थियों को संस्कारवान भी बना सकते हैं।

इस मौके पर डाइट प्राचार्य दलीप सिंह, डीपीसी सुदेश सिवाच, विजेंद्र धारीवाल सहित अन्य मौजूद थे।

चीका में निष्ठा प्रशिक्षण कार्यक्रम में सिखाए पढ़ाने के तरीके

गुहला-चीका : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चीका में निष्ठा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे चरण का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी गोपी चंद निम्बराण ने किया। उन्होंने सभी उपस्थित अध्यापकों को शिक्षण कौशल निखारने के साथ-साथ नई शिक्षण विधियों को अपनाकर उन्हें छात्रों के विकास के लिए कक्षाओं में लागू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि इन प्रशिक्षण शिविरों का एक उद्देश्य अध्यापकों को विभाग में चल रही कार्यक्रमों से भी परिचित करवाना है ताकि समय-समय पर विभाग द्वारा जारी निर्देशों की पालना स्कूलों में की जा सके। उन्होंने बताया कि अध्यापक अपनी शिक्षण विधियों में आइसीपी का प्रयोग भी करें ताकि बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा दी जा सके। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य सतनारायण शर्मा व मास्टर ट्रेनर उपस्थित थे।

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