वर्ष 2022 तक हर घर में पेयजल कनेक्शन देने का लक्ष्य : डीसी
जल जीवन अभियान के तहत वर्ष 2022 तक प्रदेश के हर घर में पेयजल के कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले सभी गांवों में ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का गठन किया जाएगा। जिले में विकास एवं पंचायत विभाग 30 दिसंबर तक इन समितियों का गठन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जागरण संवाददाता, कैथल: जल जीवन अभियान के तहत वर्ष 2022 तक प्रदेश के हर घर में पेयजल के कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले सभी गांवों में ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का गठन किया जाएगा। जिले में विकास एवं पंचायत विभाग 30 दिसंबर तक इन समितियों का गठन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। ये निर्देश डीसी डॉ.प्रियंका सोनी ने लघु सचिवालय में जिला जल एवं सीवरेज मिशन के संबंध में बुलाई एक बैठक में अधिकारियों को दिए।
उन्होंने बताया कि जिला जल एवं स्वच्छता मिशन का नाम अब जिला जल एवं सीवरेज मिशन होगा। केंद्र सरकार ने हर घर पानी पहुंचाने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा था, लेकिन सरकार ने 2022 तक इस लक्ष्य को प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं।
86261 घरों का सर्वे हुआ
बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता कर्णबीर सिंह ने बताया कि 30 जून 2020 तक 70 प्रतिशत घरों तक नल से जल देने का लक्ष्य रखा गया है, वहीं 30 जून 2021 तक 80 प्रतिशत, 30 जून 2022 तक शत प्रतिशत घरों तक नाम से जल देने का लक्ष्य रखा गया है। हर घर को पेयजल कनेक्शन देने से पहले सरकार द्वारा हर घर का सर्वे किया जा रहा है। अब तक कुल 278 ग्राम पंचायतों में से 185 ग्राम पंचायतों में सर्वे पूरा हो चुका है। 59 ग्राम पंचायतों में सर्वे का काम चल रहा है और 34 में ग्राम पंचायतों में सर्वे होना अभी बाकी है। अब तक जिले के 86261 घरों का सर्वे हुआ है।
गांव का सरपंच होगा
कमेटी का अध्यक्ष
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने बताया कि प्रत्येक कमेटी में गांव का सरपंच अध्यक्ष होगा। वहीं ग्राम पंचायत के तीन पंच इसके सदस्य होंगे। इनमें से एक महिला एवं एक अनुसूचित जाति तथा एक सामान्य सदस्य होगा। इसके अलावा चार अन्य सदस्य होंगे। ये सरपंच व पंच के अलावा होंगे। ये वे सदस्य होंगे, जिन्होंने सामाजिक व सार्वजनिक क्षेत्र में अच्छा काम किया हो। पंचायत विभाग के जूनियर इंजीनियर भी इसमें सदस्य होंगे। ग्राम सचिव संयोजक और जनस्वास्थ्य विभाग के जूनियर इंजीनियर इसके तकनीकी सदस्य होंगे। ग्राम जल एवं सीवरेज समितियां जल आपूर्ति और सीवरेज सुविधाएं व सेवाएं प्रदान करने के संबंध में काम करेगी।