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चीन के मामले में जो सरकार नहीं कर पाई वह स्वदेशी जागरण मंच ने कर दिया : लाल

स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल ने कहा कि चीन के मामले में जो काम सरकार नहीं कर पाई वह स्वदेशी जागरण मंच ने करके दिखाया है। स्वदेशी जागरण मंच ने गत वर्ष देश भर में अभियान चलाकर चीन की वस्तुओं का बहिष्कार कर चीन को वित्तीय झटका दिया था, जिसका प्रभाव भारत के प्रति उसके रवैये में हुए हाल के बदलाव से दिखता है। वह शनिवार को स्वदेशी जागरण मंच के तीन दिवसीय राष्ट्रीय विचार वर्ग के समापन पर अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। - स्वदेशी कार्यकर्ता बनने के लिए पांच गुणों का होना जरूरी - स्वदेशी ज

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 12:18 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 12:18 AM (IST)
चीन के मामले में जो सरकार नहीं कर पाई वह स्वदेशी जागरण मंच ने कर दिया : लाल
चीन के मामले में जो सरकार नहीं कर पाई वह स्वदेशी जागरण मंच ने कर दिया : लाल

फोटो संख्या : 10,11

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- स्वदेशी कार्यकर्ता बनने के लिए पांच गुणों का होना जरूरी

- स्वदेशी जागरण मंच के तीन दिवसीय राष्ट्रीय विचार वर्ग का समापन जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठक कश्मीरी लाल ने कहा कि चीन के मामले में जो काम सरकार नहीं कर पाई वह स्वदेशी जागरण मंच ने करके दिखाया है। स्वदेशी जागरण मंच ने गत वर्ष देश भर में अभियान चलाकर चीन की वस्तुओं का बहिष्कार कर चीन को वित्तीय झटका दिया था, जिसका प्रभाव भारत के प्रति उसके रवैये में हुए हाल के बदलाव से दिखता है। वह शनिवार को स्वदेशी जागरण मंच के तीन दिवसीय राष्ट्रीय विचार वर्ग के समापन पर अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक अच्छे स्वदेशी कार्यकर्ता में पांच गुणों का होना जरूरी है। इनमें स्वदेशी की समझ, स्वदेशी सोच को दूसरों को समझाने की कला, स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग का अपने जीवन में पालन, स्वदेशी के प्रचार-प्रसार में अपना समय देने, अच्छे व्यवहार वाला और दूसरों को अपना दोस्त बनाने के गुण शामिल हैं। स्वदेशी के प्रति अपनी समझ बढ़ाने के लिए उन्होंने अधिकारियों से मार्गदर्शन लेने और स्वदेशी जागरण मंच के संस्थापक दांतोपंत ठेंगड़ी के भाषणों पर आधारित'सर्व समावेशी स्वदेशी'पुस्तक पढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विचार वर्ग में पहुंचे प्रतिभागियों से पर्यावरण संतुलन पर ध्यान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें कीटनाशकों का कम से कम उपयोग करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जब भी हम स्वदेशी वस्तु खरीदते हैं तो अप्रत्यक्ष रूप से हम देश का ऋण कम करने का काम करते हैं।

दूसरे सत्र में चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आरके मित्तल ने कहा कि मानव संसाधन में निवेश लगभग 10 प्रतिशत का फायदा देता है जबकि शेयर मार्केट, लैंड मार्केट की रिट‌र्न्स 5-6 प्रतिशत तक ही रहती है। विद्यार्थियों में नॉलेज के साथ-साथ स्किल व वैल्यू बेस्ड शिक्षा देने की जरूरत है।

तीसरे सत्र में उत्तर क्षेत्र के संयोजक विजय वत्स ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच की पहल से सरकार पर दबाव बनाकर चीन के कंबलों पर'एंटी डं¨पग ड्यूटी'लगाकर पानीपत की कंबल इंडस्ट्री को बंद होने से बचाया गया था। इस मौके पर राजस्थान प्रांत के संयोजक धर्मेंद्र दूबे, विभाग संयोजक डॉ. सोमनाथ, अखिल भारतीय अधिकारी सतीश, बलराम नंदवानी, प्रदेश के संयोजक सतेंद्र सरोत, व्यवस्था प्रमुख मनदीप, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, र¨वद्र सांगवान, अशोक वासुदेव उपस्थित रहे।


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