कंप्यूटराइज्ड कांटे में लगी रिमोट चिप से आ रही घोटाले की बू
शुगर मिल के कंप्यूटराइज्ड कांटे में कुछ दिन पहले रिमोट चिप मिलने का मामला तूल पकड़ रहा है। भारतीय किसान संघ को इसमें बड़ा घोटाला दिखाई दे रहा है और वे किसी भी कीमत पर रिमोट चिप मामले की गहराई से जांच चाहते है। संघ के पदाधिकारियों ने मामले की सही तरीके से जांच करवाने के लिए एसपी आस्था मोदी से मुलाकात की।
जागरण संवाददाता, कैथल : शुगर मिल के कंप्यूटराइज्ड कांटे में कुछ दिन पहले रिमोट चिप मिलने का मामला तूल पकड़ रहा है। भारतीय किसान संघ को इसमें बड़ा घोटाला दिखाई दे रहा है और वे किसी भी कीमत पर रिमोट चिप मामले की गहराई से जांच चाहते है।
संघ के पदाधिकारियों ने मामले की सही तरीके से जांच करवाने के लिए एसपी आस्था मोदी से मुलाकात की। इससे पहले आठ नवंबर को किसान डीएसपी को शिकायत देकर भी जांच की मांग कर चुके हैं।
संघ के प्रदेश सचिव रणदीप आर्य, प्रांत के युवा प्रमुख गुलतान नैन, जिला प्रधान सतीश ग्योंग का आरोप है कि पिछले एक वर्ष से यह चिप लगी हुई थी। जिन लोगों ने यह चिप लगाने का कार्य किया है, अब वे ही इसकी शिकायत कर रहे हैं। इसकी अच्छी तरह से जांच की जाए तो बड़ा गोलमाल सामने आ सकता है।
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कर्मचारी यूनियन ने भी लिखी मुख्यमंत्री को चिट्ठी
चिप घोटाले की उच्च स्तरीय जांच करवाने व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दी कैथल कॉपरेटिव शुगर मिल्स कर्मचारी यूनियन ने भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चिट्ठी लिखी है। इसके साथ ही एक-एक प्रति सहकारिता मंत्री, प्रबंधक निदेशक शुगर फैडरेशन, डीसी एवं चेयरमैन शुगर मिल कैथल, एसपी व प्रबंध निदेशक शुगर मिल कैथल को भी भेजी है। यूनियन प्रधान सुरेश का कहना है कि रिमोट चिप से करोड़ों रुपये का नुकसान शुगर मिल को हुआ है। कंप्यूटराइज्ड कांटे पर मिल का सिरा, चीनी व स्क्रैप की तुलाई होती है। पिछले एक साल से यह कांटा लगा हुआ है। इसलिए पिछले एक साल में जितने भी सामान की तुलाई हुई है उसकी निष्पक्ष व उच्च स्तरीय जांच करवाकर आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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ये है पूरा मामला
26 अक्टूबर को तितरम थाना में डाक के माध्यम से दी शिकायत के अनुसार सेल मैनेजर जगदीश ने बताया कि छह अक्टूबर को सेल विभाग के कर्मचारियों ने कंप्यूटराइज्ड कांटे को सही तरीके से बंद किया था, लेकिन जब आठ अक्टूबर को स्टार्ट करने लगे तो यह सही तरीके से स्टार्ट नहीं हुआ। उसके बाद कांटे बनाने वाले कंपनी से इंजीनियर को बुलाया गया उन्होंने फाल्ट ठीक कर दिया, लेकिन 24-25 अक्टूबर को फिर दिक्कत हुई तो दोबारा इंजीनियर को बुलाया गया। 26 अक्टूबर को इंजीनियर ने जांच कर इंस्पेक्शन रिपोर्ट दी तो उसमें कांटे के साथ छेड़छाड़ और रिमोट चिप लगी होने की बात कही। इसके बाद सेल मैनेजर ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई।
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इकनॉमिक्स सेल करेगा
मामले की जांच
तितरम थाना के एसएचओ रामकुमार ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेशानुसार अब मामले की जांच इकनॉमिक सेल करेगा। जांच फाइल को पुलिस लाइन स्थित इकनॉमिक सेल भेज दिया गया है।