स्कूलों से लेकर घरों तक मना बच्चों की कामयाबी का जश्न
जागरण संवाददाता, कैथल: सीबीएसई के 12वीं कक्षा के सीबीएसई के 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम को लेकर जहां शनिवार शाम तक जश्न मनाया गया, वहीं रविवार को घरों में कामयाब रहे विद्यार्थियों को बधाई देने वाले आते जाते रहे। पड़ोस में बच्चों ने मिठाई बांटी।
जागरण संवाददाता, कैथल: सीबीएसई के 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम को लेकर जहां शनिवार शाम तक जश्न मनाया गया, वहीं रविवार को घरों में कामयाब रहे विद्यार्थियों को बधाई देने वाले आते जाते रहे। पड़ोस में बच्चों ने मिठाई बांटी।
95.6 अंकों के साथ पायल
ने किया स्कूल टॉप
फोटो नंबर : 13
कैथल : आरकेएसडी स्कूल की छात्रा पायल ने नॉन मेडिकल में 95.6 प्रतिशत अंक हासिल कर स्कूल में टॉप किया है। पायल अब बीटेक कर इंजीनियर बनना चाहती हैं। छात्रा ने बताया कि उन्होंने बिना ट्यूशन के घर पर पांच से छह घंटे पढ़ाई कर यह उपलब्धि हासिल की है। इसके अलावा उनका जेईई मेन में ऑल इंडिया रैंक 12629 हैं, जिसके आधार पर उन्हें एनआइटी में दाखिला आसानी से मिल जाएगा, लेकिन उन्होंने जेईई एडवांस की परीक्षा भी दी हैं जो अच्छी हुई है। अब परिणाम का इंतजार है वह दिल्ली आइआइटी में पढ़ना चाहती है।
मुस्कान बनना चाहती
है सॉफ्टवेयर डेवलपर
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कैथल : आरकेएसडी स्कूल की मुस्कान ने नॉन मेडिकल में 93.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। मुस्कान अब दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीसीए और एमसीए करने के बाद सॉफ्टवेयर डिवेलपर बनना चाहती है। छात्रा बताती हैं कि रोजाना 12 से 13 घंटे पढ़ाई करने के बाद वह इतने अंक ला पाई हैं। किताबों में खोए रहना उन्हें अच्छा लगता है।
संयम को पढ़ाई के साथ
ए¨क्टग का शौक
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कैथल : कॉमर्स में 90.6 अंक हासिल करने वाले इंदिरा गांधी स्कूल के छात्र संयम को पढ़ाई के साथ साथ ए¨क्टग का भी शौक है। संयम बताते हैं कि अगर उनका दाखिला बॉम्बे के सेंट जेवियर कॉलेज में हो जाता है तो वह वहां से मास मीडिया का कोर्स करना चाहेंगे जो अंतिम वर्ष में सिनेमा में स्पेशलाइजेशन करवाते हैं। यह उनके ए¨क्टग के शौक को पूरा करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। संयम कहते हैं कि वह बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई के दौरान प्ले करता रहा हैं, यहीं से ए¨क्टग का शौक उनको हुआ। ए¨क्टग में सफलता नहीं मिली तो वह बीकॉम और एमबीए कर अपना बिजनेस करना पसंद करेंगे।
स्नेहल ज्वाइन करना चाहती
है इंडियन फॉरन सर्विस
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कैथल : नॉन मेडिकल में 94.2 प्रतिशत अंक लाने वाली आरकेएसडी स्कूल की छात्रा स्नेहल इंडियन फॉरन सर्विस ज्वाइन करना चाहती है। छात्रा ने इसके लिए को¨चग भी शुरु कर दी हैं। छात्रा बताती हैं यही उनका लक्ष्य हैं और इसको पाने के लिए वह बीएससी करने के साथ ही को¨चग भी शुरु कर चुकी हैं। स्नेहल विदेश में रहकर भारत का गौरव बढ़ाना चाहती है। छात्रा ने बताता कि अच्छे अंक पाने के लिए उन्होंने पांच से छह घंटे स्कूल से अलग रोजाना पढ़ाई को दिए। यही कारण है कि आज वह अच्छे अंक लाने में कामयाब रही।
आइएएस ऑफिसर बनना
चाहता है सृजन
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कैथल : इंदिरा गांधी स्कूल के छात्र सृजन ने नॉन मेडिकल में 91.7 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। छात्र सृजन ने बताया कि वह बीटेक करने के बाद आइएएस बनने चाहते हैं। उससे पहले उनका लक्ष्य दिल्ली आइआइटी से बीटेक करना है। । जेईई मेन में उनका आल इंडिया रैंक 2300 था। अब अडवांस का परिणाम आना हैं। उन्हें उम्मीद है कि उनका रैंक अच्छा आएगा।
डॉक्टर बन जानलेवा बीमारी को हराना चाहती है दिव्या शैली
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कैथल : इंदिरा गांधी स्कूल की छात्रा दिव्या शैली ने मेडिकल में 86 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। दिव्या कैंसर की डॉक्टर बन इस जानलेवा बीमारी को हराना चाहती है। इसके लिए छात्रा दिल्ली के एम्स में दाखिला लेना चाहती है। उन्होंने बताया कि वह कैंसर बीमारी से पीड़ित मरीजों को देख परेशान हो उठती हैं। वह डॉक्टर बन ऐसे मरीजों की मदद करना चाहती हैं जो कैंसर के खर्चीले इलाज से वंचित रह जाते हैं।