अस्पताल में टूटे पड़े स्ट्रेचर से मरीजों को परेशानी
जिला नागरिक अस्पताल में टूटे पड़े स्ट्रेचर से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को म्यौली गांव के नजदीक हुए हादसे में छह युवकों की दर्दनाक मौत के बाद शवों के पोस्टमार्टम के लिए जब स्ट्रेचर की जरूरत पड़ी तो स्वजनों को स्ट्रेचर नहीं मिल पाए जो मिला उसके पहिये टूट हुए थे।
जागरण संवाददाता, कैथल :
जिला नागरिक अस्पताल में टूटे पड़े स्ट्रेचर से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को म्यौली गांव के नजदीक हुए हादसे में छह युवकों की दर्दनाक मौत के बाद शवों के पोस्टमार्टम के लिए जब स्ट्रेचर की जरूरत पड़ी तो स्वजनों को स्ट्रेचर नहीं मिल पाए, जो मिला उसके पहिये टूट हुए थे। इस कारण स्वजनों में स्वास्थ्य विभाग के व्यवस्था को लेकर रोष दिखाई दिया।
अस्पताल में बीमारियों की जांच के लिए आने वाले लोगों को स्वजन हाथों में उठाए हुए नजर आते हैं। लोगों का कहना है कि भले ही सरकार की तरफ से 200 बेडों के अस्पताल का दावा किया जा रहा हो, लेकिन यहां सुविधाओं की कमी मरीजों को खल रही है। स्ट्रेचर तक मरीजों को उपलब्ध नहीं हो पाते। अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता है विभागीय अधिकारी व्यवस्था बनाने में नाकाम साबित होते हुए नजर आते हैं।
लोगों ने बताया कि स्ट्रेचर व व्हील चेयर की कमी काफी समय से खल रही है, लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सरकार को चाहिए कि ऐसे लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाएं।