हाईवे व स्टेट हाइवे पर शाम ढलते ही अंधेरा, 101 स्ट्रीट लाइट महीनों से खराब
शाम ढलते ही नेशनल हाईवे-73 और जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाईवे पर अंधेरा पसर जाता है। नेशनल हाईवे पर गाबा अस्पताल से लेकर रक्षक विहार नाका तक 59 स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। इसी तरह रक्षक विहार नाका से लेकर जिला जेल तक 65 में से 42 लाइटें खराब पड़ी हैं। ये लाइटें दो-चार दिन से नहीं बल्कि छह माह से खराब हैं। स्ट्रीट लाइटों के खराब होने पर ठेकेदार पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है। इसके बावजूद अधिकारियों ने ठेकेदार पर बिल्कुल भी कार्रवाई नहीं की। हाईवे पर अंधेरा होने से हर समय हादसा होने का डर लगा रहता है।
फोटो: 28,28ए
- आधे से ज्यादा लाइटें खराब फिर भी ठेकेदार पर मेहरबान अधिकारी
- अंधेरे में रहता है वाहनों के आपस में टकराने का खतरा
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : शाम ढलते ही नेशनल हाईवे-73 और जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाईवे पर अंधेरा पसर जाता है। नेशनल हाईवे पर गाबा अस्पताल से लेकर रक्षक विहार नाका तक 59 स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हैं। इसी तरह रक्षक विहार नाका से लेकर जिला जेल तक 65 में से 42 लाइटें खराब पड़ी हैं। ये लाइटें दो-चार दिन से नहीं बल्कि छह माह से खराब हैं। स्ट्रीट लाइटों के खराब होने पर ठेकेदार पर जुर्माना लगाने का प्रावधान है। इसके बावजूद अधिकारियों ने ठेकेदार पर बिल्कुल भी कार्रवाई नहीं की। हाईवे पर अंधेरा होने से हर समय हादसा होने का डर लगा रहता है। गाबा अस्पताल से लेकर जगाधरी बस स्टैंड तक डीडीए कार्यालय, कोर्ट कांप्लेक्स, पशुपालन विभाग के सामने ज्यादातर लाइटें खराब पड़ी हैं। हुडा सेक्टर-18 के मोड़ से लेकर आगे जो भी स्ट्रीट लाइट हैं उनमें से 38 प्वाइंट खराब हैं या फिर पेड़ों की टहनियों में छिपी हैं। टहनियों में छिपने से इनकी रोशनी हाईवे तक नहीं पहुंच पाती। इसलिए सारी रात हाईवे पर अंधेरा रहता है। इसी तरह जगाधरी बस स्टैंड स्थित डॉ. भीमराव आंबेडकर चौक से रक्षक विहार नाका तक स्ट्रीट लाइट के 34 प्वाइंट हैं। जिनमें से 21 खराब हैं। कुछ पोल ऐसे हैं जिन पर लाइट ही नहीं है। दो पोल ऐसे भी हैं जिन पर लाइट नहीं हैं और वे तिरछे पड़े हैं। पार्षद का घर इसी सड़क पर फिर भी नहीं की शिकायत :
रक्षक विहार नाका से बिलासपुर जा रहे स्टेट हाईवे पर जिला जेल तक स्ट्रीट लाइट के 65 प्वाइंट हैं इनमें से 42 लाइट कई माह से खराब हैं। नाका से गुलाब नगर की तरफ चलते हुए 23 प्वाइंट तो ऐसे हैं जिनमें से एक भी लाइट नहीं जलती। ये लाइटें चार साल पहले ही नगर निगम ने लगवाई थी। लेकिन चार साल में सभी लाइटें मुश्किल से ही चार माह भी चली होंगे। 15-20 लाइटें तो हर समय खराब ही रहती हैं। नगर निगम के वार्ड दो से पार्षद निशा भी इसी सड़क पर पड़ने वाले गांव जड़ौदा में ही रहती हैं। जेल से उनका गांव एक किलोमीटर दूर भी नहीं है। इसके बावजूद पार्षद ने खराब लाइटों की शिकायत कभी नगर निगम कार्यालय में नहीं की। जेल से पहले दादूपुर-नलवी नहर की पटरी पर पीडब्ल्यूडी ने भारी वाहनों के लिए कैल तक सड़क बनाई है। यह सड़क जहां स्टेट हाईवे को क्रॉस करती है वहां भी अंधेरा पसरा रहता है। रात को तेज गति से चलने वाले वाहन कभी भी आपस में भिड़ सकते हैं। क्षेत्र के शिव कुमार, रवि, मोहित का कहना है कि इस चौराहे पर अधिकारियों को हाई मस्ट लाइट लगानी चाहिए ताकि पर्याप्त रोशनी हो। वरना अंधेरे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पार्षद दे चुके हैं सीएम ¨वडो पर शिकायत :
खराब स्ट्रीट लाइटों को लेकर निगम कार्यालय में लगातार शिकायतें आ रही हैं। लेकिन ठेकेदार लाइटों को कभी भी समय पर ठीक नहीं करवाता। ऐसे आरोप पार्षद भी लगा चुके हैं। वार्ड चार के पार्षद प्रमोद सेठी ने तो खराब लाइटों की शिकायत सीएम ¨वडो पर भी दी थी। उनका कहना है कि अधिकारी ठेकेदार से मिले हुए हैं। वे ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं करते। ठेकेदार अपनी मनमर्जी से काम करता है। उधर, वार्ड 13 के पार्षद नवनीत शर्मा का कहना है कि सहारनपुर रोड स्थित पावर हाउस से हमीदा हेड तक सभी स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। जबकि इस सड़क पर लूट व स्ने¨चग की कई वारदातें हो चुकी हैं। बस में घुस गया था लाइट का पोल :
पांच माह पहले अंबाला की तरफ से आ रही हरियाणा रोडवेज की बस सामने अचानक आए एक पशु को बचाते हुए मिल्ट्री ग्राउंड के नजदीक डिवाइडर पर चढ़ गई थी। डिवाइडर पर पहले से टूट कर तिरछा पड़ा स्ट्रीट लाइट का पोल ड्राइवर की सीट के पास से बस के अंदर घुस गया था। पोल ड्राइवर की बगल से निकल गया था वरना उस दिन वो उसके पेट से आरपार हो जाता। उस दिन बड़ा हादसा होने से टल गया। इसके बावजूद ऐसे ही तिरछे पोल को आज तक नहीं उठाया गया। ठेकेदार पर जुर्माना किया जाएगा : ईओ
नगर निगम के ईओ दीपक सुरा का कहना है कि खराब स्ट्रीट लाइटों की जांच करवाई जाएगी। यदि लाइटें खराब मिली तो ठेकेदार पर जुर्माना किया जाएगा। इसकी जांच के लिए लाइट इंस्पेक्टर को बोल दिया है।