चैत्र नवरात्र कल से, सजने लगे मंदिर
माता का सबसे प्रिय पर्व नवरात्र शनिवार से शुरू हो रहे हैं। चैत्र नवरात्र को लेकर शहर में बने माता के मंदिरों को सजाने का काम शुरू हो चुका है।
जागरण संवाददाता, कैथल : माता का सबसे प्रिय पर्व नवरात्र शनिवार से शुरू हो रहे हैं। चैत्र नवरात्र को लेकर शहर में बने माता के मंदिरों को सजाने का काम शुरू हो चुका है। इन नौ दिनों में माता के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाएगी। शहर के मुख्य मंदिर छोटी देवी मंदिर, बड़ी देवी मंदिर, नवदुर्गा मंदिर, दुर्गा मंदिर, शीतला माता मंदिर, हनुमान वाटिका स्थित माता के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना करवाई जाती है। वाटिका स्थित माता के मंदिर के पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि इस नवरात्र से परिधावी संपवत्र शुरू होने जा रहा है। घर में सुख शांति के लिए माता की अखंड ज्योत चलानी चाहिए। माता के व्रत रखने से भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है। कलश स्थापना करने का समय सुबह छह बजकर नौ मिनट से दस बजकर 19 मिनट तक का है। नवरात्र छह अप्रैल से शुरू होकर 14 अप्रैल को रामनवमी के पर्व के साथ संपन्न होंगे। पर्व को लेकर बाजार भी सज गए हैं और दुकानों पर माता का श्रृंगार व व्रत सामग्री आ चुकी है। नौ दिनों में इनकी होगी पूजा
पहले नवरात्र पर कलश स्थापना के साथ मां शैलपुत्री की पूजा होगी। दूसरे पर मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे पर मां चंद्रघंटा, चौथे पर मां कुष्मांडा, पांचवें पर मां स्कंदमाता, छठे पर मां कात्यायनी, सातवें पर मां कालरात्रि, आठवें पर मां महागौरी, नौवें पर मां सिद्धिदात्री की पूजा होगी। भक्त नौ दिनों तक अलग-अलग माताओं की पूजा करते हैं।