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पूंडरी-कैथल रोड पर पराली के ढेर बन सकते हैं हादसे का सबब

पूंडरी से कैथल रोड के साथ दोनों साइडों में हजारों एकड़ में पड़े पराली के ढेर कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। जहां ये पराली के ढेर लगे हुए है उसके ऊपर से बिजली की हाइटेंशन तारे में गुजर रही है और नजदीक ही पैट्रोल पंप व एक निजी स्कूल भी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 09:51 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 09:51 AM (IST)
पूंडरी-कैथल रोड पर पराली के ढेर  बन सकते हैं हादसे का सबब
पूंडरी-कैथल रोड पर पराली के ढेर बन सकते हैं हादसे का सबब

संवाद सहयोगी, पूंडरी:

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पूंडरी से कैथल रोड के साथ दोनों साइडों में हजारों एकड़ में पड़े पराली के ढेर कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। जहां ये पराली के ढेर लगे हुए है, उसके ऊपर से बिजली की हाइटेंशन तारे में गुजर रही है और नजदीक ही पैट्रोल पंप व एक निजी स्कूल भी है। बता दें कि पिछले वर्ष इसी जगह पर स्टाक की गई धान की पराली में भयंकर आग लगने शहर में सप्ताह भर धुआं फैलने से लोगों को सांस लेने तक में भारी दिक्कतें आई थी। कई दिनों तक हलके का पूरा प्रशासनिक अमला जरूरी काम छोड़कर यहीं बैठ कर आग बुझने का इंतजार करते रहा। दमकल विभाग की दर्जनों गाड़ियों ने कई दिनों तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था। तहसीलदार व एसडीएम ने मौके का मुआयना कर मामले की जांच करने व भविष्य में ऐसा न होने के लिए कड़ा कदम उठाने की कही थी। पांच जिलों से आई दमकल विभाग की कई गाड़ियां पूंडरी में आग थमने का इंतजार करती रही। लेकिन उसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। पराली के ढेर लगातार बढ़ रहे है और प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे के इंतजार में बैठा है। आम जन योगेश उप्पल, नरेंद्र गोलन, मोहन राणा, रजत, नरेश, रमेश, पाला राम व सुनील का कहना है कि ये पराली के ढेर नहीं बल्कि बारूद के ढेर है और किसी भी बड़े हादसे का सबब बन सकते है।

चौकी प्रभारी ओमप्रकाश से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि अभी तक उनके पास पराली हटवाने को लेकर कोई आदेश नहीं पहुंचे हैं। यदि प्रशासन के आदेश मिलते हैं तो पराली के ढेरों को यहां से हटवा दिया जाएगा।

तहसीलदार चेतना चौधरी ने बताया कि पराली का स्टाक कैथल करनाल रोड़ पर खेतों में ठेकेदारों द्वारा लगाए गए पराली के स्टाक को लेकर प्रशासन की जानकारी में है और उन्होंने इस बाबत लगभग 14 ठेकेदारों को पराली हटाने के नोटिस जारी कर दिए हैं। यदि वे पराली के स्टाक नहीं हटाते हैं तो आगामी कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को लिखा जाएगा। पराली के स्टाक के एक ठेकेदार हिरेन भाई ने बताया कि उनके पास पराली हटाने का कोई नोटिस नहीं मिला है।


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