भ्रष्टाचार के मामले में एसपी ने एएसआइ को किया बर्खास्त
जागरण संवाददाता कैथल भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त पाए जाने पर चीका थाने में तैनात एएसआइ
जागरण संवाददाता, कैथल : भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त पाए जाने पर चीका थाने में तैनात एएसआइ रमेश कुमार को एसपी कैथल शशांक कुमार सावन ने विशेष शक्तियों का प्रयोग करते हुए बर्खास्त कर दिया है। संविधान के अनुच्छेद 311-2, बी औैर पंजाब पुलिस नियम 16.2 के तहत यह कार्रवाई की गई है। बता दें कि 16 जुलाई को थेह नेवल निवासी जसबीर कौर ने अपने जेठ नरेंद्र सिंह पर केस दर्ज करवाया था। महिला ने आरोप लगाए थे कि उसके जेठ ने स्प्रे देकर उसे जान से मारने का प्रयास किया। पुलिस ने धारा-307 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इस मामले में जांच अधिकारी एएसआइ रमेश कुमार को बनाया गया था। डीएसपी गुहला ने मामले की जांच की तो यह मामला झूठा पाया गया। मामला झूठा पाए जाने पर पुलिस ने एफआइआर को रद कर दिया था। एफआइआर रद होने के बाद भी जांच अधिकारी एएसआइ रमेश कुमार ने नरेंद्र सिंह पर कार्रवाई का दवाब बनाए रखा। उसे यह भी नहीं बताया गया कि उस पर दर्ज केस रद हो चुका है।
मामले में बड़े अफसरों का नाम लेकर और कार्रवाई का डर दिखाकर आरोपित ने नरेंद्र सिंह से पैसे भी ले लिए। उसके बाद नरेंद्र सिंह ने पुलिस को मामले की शिकायत दी और उचित जांच करने की मांग की। मामले की जांच अंडर ट्रेनिग एसपी हिमाद्री कौशिक ने की और जांच में एएसआइ को दोषी पाया गया। दोषी पाए जाने पर एसपी शशांक कुमार सावन ने तुरंत प्रभाव से एएसआइ रमेश कुमार को बर्खास्त कर दिया है।
भ्रष्टाचार के मामले में एसपी की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई के बाद भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले लोगों का हौसला भी बढ़ेगा। वहीं भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों में डर पैदा होगा। इस कार्रवाई के बाद पुलिस कर्मचारियों को ईमानदारी से अपना कार्य करने का सबक मिलेगा। बर्खास्त किए गए एएसआइ रमेश कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिली थी। मामले की जांच की गई तो उस पर आरोप सिद्ध हो गए थे। इसके चलते एएसआइ को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
-शशांक कुमार सावन, एसपी कैथल।