बिट्टू आत्महत्या के मामले की एसआइटी करेगी जांच
जागरण संवाददाता कैथल जाखौली गांव में मारपीट के एक मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई न करन
जागरण संवाददाता, कैथल : जाखौली गांव में मारपीट के एक मामले में पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने से खफा होकर युवक बिट्टू ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले को लेकर एएसपी हिमाद्री कौशिक के नेतृत्व में एक एसआइटी गठित की है। इस मामले में लापरवाही बरतने पर तितरम थाना एसएचओ राजकुमार और जांच अधिकारी रोहताश को सस्पेंड कर दिया था। अब ढांड थाना प्रभारी राजेश कुमार को तितरम थाना का कार्यभार सौंपा गया है। पुलिस ने मृतक के चाचा की शिकायत पर गांव के ही सात लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया था। स्वजनों ने तितरम थाना एसएचओ राजकुमार और जांच अधिकारी रोहताश पर भी जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था।
ढांड थाना के नवनियुक्त एसएचओ इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि इस मामले को लेकर एसआइटी गठित कर दी है। स्वजनों ने जो शिकायत दी है उस आधार पर जांच की जाएगी। ये था मामला
जाखौली गांव के युवक बिट्टू का सितंबर माह में गांव के ही युवकों के साथ मोटरसाइकिल की खरीद-फरोख्त को लेकर झगड़ा हुआ था। जब बिट्टू नहर पर पशुओं को पानी पिलाने के लिए गया था तो उसे अकेला पाकर सात युवकों ने हमला कर दिया। इस हमले में बिट्टू को काफी चोट आई। कई दिनों तक पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज चला। आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस ने बिट्टू की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि हमलावरों की शिकायत पर झूठा केस बिट्टू के खिलाफ दर्ज करवा दिया। पुलिस इस मामले में बिट्टू पर समझौता करने का दबाव डालती रही। आरोपितों और पुलिस की प्रताड़ना के कारण बिट्टू ने आत्महत्या कर ली। स्वजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए असंध-कैथल मुख्य मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। करीब दो घंटे तक जाम लगाए रखा था। इसके बाद डीएसपी के आश्वासन पर जाम खोला था।