सिगल यूज प्लास्टिक बंद, पहले दिन काटे गए दो चालान
केंद्र सरकार की ओर से सिगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। नगर परिषद की ओर से बृहस्पतिवार को अभियान चलाकर एक होटल व ढाबे का चालान काटा गया। नप के सफाई निरीक्षक ब्रह्मजीत कुमार की अध्यक्षता में गठित टीम में मनोज देशराज चाहत को शामिल किया गया है।
जागरण संवाददाता, कैथल : केंद्र सरकार की ओर से सिगल यूज प्लास्टिक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। नगर परिषद की ओर से बृहस्पतिवार को अभियान चलाकर एक होटल व ढाबे का चालान काटा गया। नप के सफाई निरीक्षक ब्रह्मजीत कुमार की अध्यक्षता में गठित टीम में मनोज, देशराज, चाहत को शामिल किया गया है। टीम ने पहले दिन पार्क रोड स्थित मन्नत होटल में छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान टीम को सिगल यूज प्लास्टिक के प्लेट, चम्मच, गिलास, कटोरी का करीब चार किलो सामान मिला जिसे जब्त किया है। मौके पर ही होटल संचालक को पांच हजार रुपये का जुर्माना लगा दिया गया है।
इसके बाद टीम ने गुलाटी ढाबा पर छापेमारी की वहां पोलिथिन मिलने पर 1500 रुपये का चालान काटा गया। ब्रह्मजीत ने बताया कि सप्ताह में तीन दिन अभियान चलाया जाएगा। पहली बार सामान मिलने पर पांच हजार, दूसरी बार सामान मिलने पर दस हजार व तीसरी बार सामान मिलने पर 25 हजार का जुर्माना व तीन महीने की सजा हो सकती है।
मार्केट में पहुंचा छह महीने में
खत्म होने वाला पोलिथिन
सिगल यूज प्लास्टिक व पोलिथिन का इस्तेमाल का इस्तेमाल बैन होने के बाद मार्केट में एक नया पोलिथिन लाया जा रहा है। इसे दुकानों व घरों में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह पोलिथिन आलू व मक्के के तरल से बनाया जा रहा है। नए पोलिथिन को दिखाने के लिए कंपनी के लोग नगर परिषद चेयरपर्सन प्रतिनिधि सुरेश कश्यप के पास पहुंचे। उन्होंने इस पोलिथिन को शहर में इस्तेमाल करने को लेकर जागरूक करने की अपील की।
कंपनी के कर्मचारी कृष्ण ने दावा किया है कि यह पोलिथिन मिट्टी के अंदर व नालों में पड़ा होने पर छह महीने में खत्म हो जाएगा। इस पोलिथिन की खास बात यह है कि अगर इसे कोई पशु खा लेगा तो कोई नुकसान नहीं होगा। पोलिथिन पर एक कोड लिखा है जो असली व नकली की पहचान करवाता है। इसका चालान भी नहीं काटा जा सकता।