हमेशा रहूंगा क्षेत्र के जनता के बीच: जेपी
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कलायत से कांग्रेस प्रत्याशी रहे जयप्रकाश ने कहा कि भले ही उन्हें चुनाव में शिकस्त मिल गई हो लेकिन हार-जीत से ऊपर उठते हुए वे निरंतर क्षेत्रवासियों के बीच रहेंगे।
संवाद सहयोगी, कलायत : पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कलायत से कांग्रेस प्रत्याशी रहे जयप्रकाश ने कहा कि भले ही उन्हें चुनाव में शिकस्त मिल गई हो लेकिन हार-जीत से ऊपर उठते हुए वे निरंतर क्षेत्रवासियों के बीच रहेंगे। अगले विधानसभा चुनाव में भी उनकी चुनावी रणभूमि कलायत ही रहेगी। जेपी बृहस्पतिवार को अपने कार्यालय में लोगों से रूबरू थे।
इस दौरान देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी को याद करते हुए राष्ट्र निर्माण में महिला नेत्री की भूमिका पर भी कांग्रेस नेता ने प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अनाज मंडियों में किसानों के खून पसीने की कमाई धान को औने-पौने दामों में खरीदा जा रहा है। बावजूद इसके सत्तारूढ़ दल के नेताओं और सरकारी अधिकारियों ने धरती पुत्रों को रामभरोसे छोड़ दिया है। यह परिदृश्य एक सप्ताह के समय अंतराल में सरकार की पहली विफलता का बड़ा प्रमाण है।
चाहिए तो यह था कि किसानों के खैर-ख्वाह होने का दम भरने वाले उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला धान के वाजिब दामों को लेकर राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से मुलाकात करते। इस गंभीर विषय में रुचि लेने के बजाए चौटाला अपने व्यक्तिगत हितों को साधने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि वे पहले ही कहते थे कि जेजेपी को डाला गया वोट भाजपा के खाते में जाएगा। दुष्यंत द्वारा भाजपा के समक्ष किए गए समर्पण से यह बात सत्य साबित हो चुकी है। जिस प्रकार के हालात राज्य में बने हैं उससे तय है कि भाजपा-जजपा गठबंधन स्थिर सरकार नहीं चला पाएंगे। इनमें एक दल उत्तर है तो दूसरा दक्षिण। इसलिए इस गठबंधन से जनहित की उम्मीद बेमानी है।