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बरसात से गर्मी से मिली राहत तो जलभराव बना आफत

मंगलवार को बरसात होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। करीब आधा घंटे तक तेज बरसात हुई। सीवन में सुबह से ही करीब एक घंटे तक तेज बरसात होने से जल भराव हो गया। जबकि गुहला में सुबह के समय शुरू हुई बरसात दोपहर तक जारी रही। मंगलवार को पूरे जिले में कुल 130 एमएम बरसात हुई। जो औसतन कुल 26 एमएम दर्ज की गई। जिसमें सबसे अधिक गुहला में 81 एमएम और सीवन में 29 एमएम बरसात दर्ज की गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 09:00 AM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 09:00 AM (IST)
बरसात से गर्मी से मिली राहत तो जलभराव बना आफत
बरसात से गर्मी से मिली राहत तो जलभराव बना आफत

जागरण संवाददाता, कैथल : मंगलवार को बरसात होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली। करीब आधा घंटे तक तेज बरसात हुई। सीवन में सुबह से ही करीब एक घंटे तक तेज बरसात होने से जल भराव हो गया। जबकि गुहला में सुबह के समय शुरू हुई बरसात दोपहर तक जारी रही। मंगलवार को पूरे जिले में कुल 130 एमएम बरसात हुई। जो औसतन कुल 26 एमएम दर्ज की गई। जिसमें सबसे अधिक गुहला में 81 एमएम और सीवन में 29 एमएम बरसात दर्ज की गई। मंगलवार सुबह से ही आसमान में काली घटा छाई हुई थी और हवा चल रही थी। शहर में सुबह 11 बजे बरसात शुरू हो गई। बरसात करीब आधा घंटा तक जारी रही। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पांच अगस्त तक बरसात होने की संभावना बनी रहेगी। बरसात के कारण अधिकतम व न्यूनतम तापमान में कमी आई। अधिकतम 31 डिग्री व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया गया।

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जिले में यह रहा बरसात का आंकड़ा

स्थान बरसात एमएम में

कैथल 09

सीवन 29

गुहला 81

पूंडरी 13

कलायत 09

नोट : यह आंकड़ा आपदा एवं प्रबंधन विभाग से प्राप्त किया गया है।

पिछले दिनों हुई बरसात के बाद कपास की फसल को नुकसान होना शुरू हो गया है। वहीं निचले खेतों में जलभराव होने से धान की फसलों को भी नुकसान की संभावना है। किसान खेतों की पानी निकासी का प्रबंध रखें। ज्यादा पानी खड़ा रहने से फसलें खराब हो सकती है।

डा. रमेश चंद्र, मौसम समन्वयक, कृषि विज्ञान केंद्र, कैथल।

बाढ़ नियंत्रण कक्ष के कार्यालय में घुसा बरसात का पानी

संवाद सहयोगी, गुहला-चीका : क्षेत्र में होने वाली बरसात व बाढ़ नियंत्रण के कार्य को देखने के लिए बनाए गए कार्यालय में बरसात का पानी घुस आया। कार्यालय के कर्मचारियों ने कमरे में बने एक ऊंचे चबूतरे पर मेज कुर्सी रख काम किया। तहसील कार्यालय में बनाए गए एक कमरे के इस कार्यालय का एक दरवाजा लगभग एक फीट तक पानी में डूबा हुआ था और कमरे से होकर पानी अंदर तक पहुंच गया था। इतना ही मंगलवार सुबह हुई बरसात से गुहला का तहसील परिसर, एसडीएम कार्यालय सहित कई दूसरे सरकारी दफ्तरों में पानी जमा हो गया जिससे अपने अपने कार्यों के लिए यहां आने वाले लोगों को भारी दिक्कतों को सामना करना पड़ा। बिजली निगम ने जिस हिस्से में अपने ट्रांसफार्मर ला रखे हैं। वहां बरसात का पानी जमा हो गया। जिस कारण पूरा दिन शहर की बिजली गुल रही। इसके अलावा शहर में बरसाती पानी की निकासी का कोई समुचित प्रबंध नहीं है, जिसके चलते हर बरसात में छोटी मंडी, अनाज मंडी, सिनेमा रोड़, अग्रसेन मार्केट पानी में डूब जाती है और लोगों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।

तहसील कार्यालय में अकसर बरसात का पानी जमा हो जाता है। नई बिल्डिग के लिए उच्च अधिकारियों को लिख गया है। उम्मीद है इस समस्या से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा।

प्रदीप कुमार, तहसीलदार गुहला।


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