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फर्जी असेसमेंट से तहसील कार्यालय में हो रही रजिस्ट्री, डीसी को दी शिकायत

नगर परिषद की जमीन की फर्जी असेसमेंट के सहारे तहसील कार्यालय की ओर से रजिस्ट्री की जा रही है। फर्जी असेसमेंट से रजिस्ट्री करने के दो मामले सामने आए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 09:20 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 09:20 AM (IST)
फर्जी असेसमेंट से तहसील कार्यालय में  हो रही रजिस्ट्री, डीसी को दी शिकायत
फर्जी असेसमेंट से तहसील कार्यालय में हो रही रजिस्ट्री, डीसी को दी शिकायत

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की जमीन की फर्जी असेसमेंट के सहारे तहसील कार्यालय की ओर से रजिस्ट्री की जा रही है। फर्जी असेसमेंट से रजिस्ट्री करने के दो मामले सामने आए हैं। इस मामले में शहरवासी जगरूप ढुल ने डीसी को लिखित में शिकायत दी है। छात्रावास रोड के पास 137 गज की रजिस्ट्री साल 2018 में की गई है। गीता भवन मंदिर के पास 143 गज की रजिस्ट्री जनवरी 2020 में की गई है। आरोप है कि तहसील कार्यालय के कुछ अधिकारियों ने मिलीभगत करके रजिस्ट्री की हैं। इसकी जांच करके जो भी आरोपित हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। मामले की शिकायत नप अधिकारी को भी की गई है। नप अधिकारियों ने इस जमीन के रिकार्ड की जांच की तो पता चला की जमीन तो नगर परिषद के ही नाम है। नप अधिकारी की ओर से भी तहसीलदार को इस बारे में पत्र लिखा गया है और जमीन के कागजात की कॉपी साथ में भेजी गई है।

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नप से लेनी होती है एनओसी

नगर परिषद की ओर से प्रॉपर्टी को लेकर असेसमेंट जारी की जाती है। असेसमेंट पर साफ लिखा होता है कि इस दस्तावेज के आधार पर की गई रजिस्ट्री, वसीयत, हिब्बानामा, बैंक गारंटी या ऋण के लिए नगर परिषद जिम्मेदार नहीं होगी। इसका उपयोग केवल प्रॉपर्टी टैक्स के लिए किया जा सकता है। अगर तहसील कार्यालय में असेसमेंट से संबंधित कोई कार्रवाई की जाती है तो उसके लिए नप कार्यालय से एनओसी लेनी होती है। दोनों रजिस्ट्रियों में किसी प्रकार की कोई एनओसी भी नहीं ली गई है।

फर्जी असेसमेंट कहां से बनी जांच का विषय

जो फर्जी असेसमेंट कागजातों के साथ लगाई गई है वह कहां से आई है इसकी जांच भी अब नगर परिषद करेगी। फर्जी असेसमेंट के पहले भी कुछ मामले सामने आ चुके हैं। अब इसकी जांच करना जरूरी हो गई है, क्योंकि इस तरह तो कोई भी नगर परिषद की जमीन पर फर्जी असेसमेंट के सहारे कब्जा कर सकता है।

मामले की जानकारी मिली है

नगर परिषद के कार्यकारी अशोक कुमार ने बताया कि नगर परिषद की जमीन पर फर्जी असेसमेंट से रजिस्ट्री करवाने के मामले की जानकारी मिली है। जिस जमीन की रजिस्ट्री हुई है वह नगर परिषद के नाम है। इसका रिकार्ड तहसीलदार को भी भेजा जाएगा।

नायब तहसीलदार ईश्वर सिंह ने बताया कि असेसमेंट से फर्जी रजिस्ट्री होने की जानकारी उन्हें नहीं है। अगर कोई शिकायत आती है तो इस मामले की जांच की जाएगी।


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