ग्रे-वाटर मुक्त के लिए गांव का करें चयन : राविश
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश राविश की अध्यक्षता में जिला परिषद विकास योजना तैयार करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया।
कैथल (वि ): जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश राविश की अध्यक्षता में जिला परिषद विकास योजना तैयार करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया। इसमें जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी और पंचायती राज के उपमंडल अधिकारी सम्मिलित हुए।
सीईओ सुरेश राविश ने जिला परिषद कार्यालय में 15वें वित आयोग के तहत प्राप्त अनुदान राशि के बारे में बताया और इस राशि से क्या-क्या अथवा किस तरह के कार्य करवा सकते हैं, इसके बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जो अनुदान राशि राइड कंपोनेंट के तहत प्राप्त हुई है, उस राशि से ग्रे वाटर मैनेजमेंट व सैनिटेशन के कार्य करवा सकते हैं अथवा जो अनुदान राशि अनटाइड कंपोनेंट के तहत प्राप्त हुई है उस राशि से जरूरत के हिसाब से किसी भी विकास कार्य के लिए खर्च कर सकते है। सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने क्षेत्र में करवाए जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों की सूची प्राकलन सहित जिला परिषद कैथल के कार्यालय में भिजवाएं ताकि उन कार्यों को जिला परिषद विकास योजना में शामिल किया जा सके। इसके अतिरिक्त पंचायती राज की तकनीकी शाखा को विकास कार्यों के प्राकलन सरकार की हिदायत के अनुसार स्पष्ट व सही तरीके से तैयार करने बारे निर्देश दिए गए। अध्यक्ष द्वारा करवाए जाने वाले विकास कार्यों में मजदूरी का कार्य मनरेगा स्कीम के तहत करवाया जाए, इस विषय पर विशेष जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता को यह भी निर्देश दिए कि जिला कैथल में कोई एक गांव का चयन करें जिसे ग्रे-वाटर मुक्त किया जा सके। उन्होंने खंड गुहला में एक गांव चयन किए जाने के लिए कहा, जहां खेल स्टेडियम को अच्छे से तैयार किया जा सके।
शीघ्र ही मनरेगा मजदूरों की सभी समस्याओं का किया जाएगा हल : सीईओ सुरेश राविश
जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के कार्यकारी अधिकारी सुरेश राविश ने बताया कि शीघ्र ही मजदूरों की सभी समस्याओं का हल किया जाएगा। इस बारे में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों व एबीपीओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। किसी भी मजदूर को कोई भी समस्या नही आने दी जाएगी। इसके अलावा मनरेगा मजदूर व मजदूर यूनियन के सदस्य के साथ रसीद, जाब कार्ड बनवाने व अपडेट करवाने बारे समस्याओं के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गई।