बर्ड फ्लू को लेकर रैपिड रिस्पोंस टीम ने किया चार गांवों का दौरा
फोटो नं. 15 -पोल्ट्री फार्म और तालाबों का किया निरीक्षण नहीं मिला कोई बीमार या मृत पक्षी -ब
फोटो नं. 15
-पोल्ट्री फार्म और तालाबों का किया निरीक्षण, नहीं मिला कोई बीमार या मृत पक्षी
-बर्ड फ्लू को लेकर गठित की गई हैं 28 रेपिड रिस्पोंस टीम
जागरण संवाददाता, कैथल : प्रदेश में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। इसके लिए कुल 28 रैपिड रिस्पोंस टीम का गठन किया गया है। इनमें 27 पशु पालन विभाग और एक टीम जिला स्वास्थ्य विभाग की है। यह टीमें रोजाना गांव और शहर में स्थित तालाबों का निरीक्षण कर रही हैं। पशुपालन विभाग के चिकित्सक डा. सुरेंद्र ने बुधवार को अपनी टीम के साथ हरसौला गांव स्थित पांच पोल्ट्री फार्मों का निरीक्षण किया। यहां कोई भी पक्षी मृत और बीमार नहीं मिला है। टीम ने पोल्ट्री फार्म संचालकों को निर्देश दिए कि अगर कोई भी ऐसी घटना सामने आती है तो तुरंत सूचित करें। इसके बाद टीम ने गांव हरसौला, शेरगढ़ और प्यौदा गांव का दौरा कर तालाबों में रहने वाली बतखों को देखा। यहां भी कोई बतख मृत नहीं मिली। आसपास के क्षेत्र का भी निरीक्षण करते हुए जानकारी जुटाई। डा. सुरेंद्र ने ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि बर्ड फ्लू को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है। कुछ दिनों तक चिकन या अंडों का सेवन न करें। पक्षियों से दूरी बनाएं रखें।
सिविल अस्पताल में बनाया आइसोलेशन वार्ड
बर्ड फ्लू को लेकर सिविल अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डा. नीरज मंगला ने बताया कि विभाग पूरी तरह से सतर्क है। इसके लिए रैपिड रिस्पोंस टीम का गठन किया गया है। यह टीम पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेगी। अगर कहीं कोई केस आता है तो विभाग की टीम वहां से सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजेगी। अगर पुष्टि होती है तो उस क्षेत्र को सील कर दिया जाएगा। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के सैंपल लेगी। पक्षियों के सैंपल पशु पालन विभाग की टीम लेगी।
अभी तक नहीं आया कोई केस : मंगल सिंह
पशु पालन विभाग के उपनिदेशक डा. मंगल सिंह ने बताया कि बर्ड फ्लू को लेकर विभाग सतर्क है। कुल 27 रैपिड रिस्पोंस टीम का गठन किया गया है, जो रोजाना अपने-अपने क्षेत्र का दौरा करते हुए रिपोर्ट ले रही हैं। अभी तक जिले में बर्ड फ्लू को लेकर कोई केस नहीं आया है। लोगों को भी इसके लक्षण, सावधानी और बचाव को लेकर जागरूक किया जा रहा है।