बरसात ने किसानों के अरमानों पर फेरा पानी
मौसम की करवट के बाद हुई बरसात ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। खुले आसमान के नीचे खेतों और मंडियों पर पड़ी गेहूं की फसल प्रभावित हो गई। मंडियों में गेहूं की बोरियों के नीचे पानी घुसने से बोरियां भीग गई। लाखों क्विंटल गेहूं मंडियों में खुले में पड़ा हुआ है। बरसात में भीगने के बाद गेहूं खराब होने की संभावना है। मौसम में बदलाव के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई गेहूं का प्रबंध नहीं किए गए।
जागरण संवाददाता, कैथल : मौसम की करवट के बाद हुई बरसात ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। खुले आसमान के नीचे खेतों और मंडियों पर पड़ी गेहूं की फसल प्रभावित हो गई। मंडियों में गेहूं की बोरियों के नीचे पानी घुसने से बोरियां भीग गई। लाखों क्विंटल गेहूं मंडियों में खुले में पड़ा हुआ है। बरसात में भीगने के बाद गेहूं खराब होने की संभावना है। मौसम में बदलाव के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई गेहूं का प्रबंध नहीं किए गए। मंडियों में पानी की निकासी का प्रबंध न होने के कारण जलभराव की स्थिति पैदा हो गई।
किसानों और आढ़तियों ने कहा कि खरीद और उठान धीमा होने के कारण ऐसी दिक्कत आई है। जिला प्रशासन की ओर से मंडी में से पानी निकासी के भी कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। बरसात में गेहूं भीगने के बाद नमी की मात्रा बढ़ने से रविवार को खरीद का कार्य भी नहीं हो पाया। खेतों में भी फसल कटाई और तुड़ी निकालने का कार्य रूक गया है।
फसल को नुकसान :
मांझला गांव के किसान सुल्तान सिंह ने बताया कि उसे शनिवार रात को गेहूं को मंडी में लाने का मैसेज मिला था। जिसके बाद वह सुबह तीन बजे ही गेहूं लेकर पहुंच गया था। पांच बजे के बाद तेज बरसात शुरू हो गई। जिस कारण उसकी गेहूं की फसल खराब हो गई। उसे काफी नुकसान हुआ है।
खेतों में पड़ी है फसल : रामकुमार
रोहेड़ियां गांव निवासी रामकुमार ने बताया कि एक सप्ताह से फसल काटने के बाद गेहूं के ढेर खेत में लगे हुए हैं। गेट पास नहीं मिलने के कारण फसल की रखवाली करने को मजबूर हैं। बरसात में फसल भीग गई। अब दाना काला पड़ जाएगा। सरकार को खरीद कार्य में तेजी लानी चाहिए। पहले ही किसानों पर काफी मार पड़ रही है, अब बरसात से किसानों को काफी नुकसान होगा।
अनाज हुआ खराब :
नई अनाज मंडी में मुनिम रामदिया ने बताया कि शनिवार को गेहूं की तुलाई हुई थी। जिसके बाद शाम के समय एजेंसी की ओर से उसका उठान किया जाना था। लेकिन बाद में इसका उठान नहीं किया गया। जिसके सुबह हुई बरसात से खुले में पड़ा गेहूं खराब हो गया। अनाज के खराब होने से नुकसान होगा।
बारिश के आसार
मौसम विभाग के अनुसार अभी 24 घंटे तक बरसात की संभावना रहेगी। कृषि वैज्ञानिक रमेश चंद वर्मा ने बताया कि बरसात से गेहूं की फसल को नुकसान होने की संभावना है। 27 और 30 अप्रैल को भी बरसात हो सकती है।
रविवार को बंद रहा खरीद कार्य
बरसात के कारण अनाज मंडी में अव्यवस्थाओं के चलते रविवार को गेहूं की आवक को हुई। लेकिन यहां पर न तो तोल हुई और न ही खरीद का कोई कार्य हुआ। जिस कारण आढ़तियों में काफी रोष रहा। नई अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण मित्तल ने बताया कि सुबह हुई बरसात के कारण खुले में पड़ा गेहूं खराब हो गया, वहीं खरीद का कार्य भी नहीं हुआ। बारिश में कारण मंडी में व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा गई है।
नमी के चलते खरीद का कार्य नहीं किया
डीएसफएसी वरिद्र सिंह ने बताया कि बरसात में गेहूं भीगने के कारण नमी के चलते खरीद का कार्य नहीं किया। रविवार को उठान का कार्य हुआ है।
आसमानी बिजली गिरने से बैल की मौत
पाई : गांव पाई में बिजली गिरने से बैल की मौत हो गई। गांव निवासी साधु राम ने बताया कि वह सुबह के समय अपने खेतों में हरा चारा लाने के लिए बैलगाड़ी लेकर जा रहा था। रास्ते में तेज बारिश शुरू हो गई। उसके खेत पहुंचते ही बैल को बुग्गी से बांधकर स्वयं भी बारिश से बचने के लिए बुग्गी के नीचे बैठ गए। जैसे ही बारिश कुछ हल्की हुई तो वह खेत में बने कमरे की ओर कुछ ही दूरी पर चले थे। उस समय आसमान से भयंकर गडगडाहट के साथ बिजली गिरी और बिजली गिरते ही बैल की तुरंत मौत हो गई।