सरकार की नीतियों के विरोध में बंद रहे जिला के सभी प्राइवेट स्कूल
सरकार की नीतियों के विरोध में जिला भर के प्राइवेट स्कूल बंद रहे। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सभी स्कूल संचालकों से हड़ताल में भाग लेने की अपील की थी। स्कूल बंद रखने के साथ ही संचालकों ने अंबाला में हुई प्रदेश स्तरीय शिक्षा बचाओ रैली में भी भाग लिया।
जागरण संवाददाता, कैथल : सरकार की नीतियों के विरोध में जिला भर के प्राइवेट स्कूल बंद रहे। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने सभी स्कूल संचालकों से हड़ताल में भाग लेने की अपील की थी। स्कूल बंद रखने के साथ ही संचालकों ने अंबाला में हुई प्रदेश स्तरीय शिक्षा बचाओ रैली में भी भाग लिया। कैथल के विभिन्न स्कूलों से सौ बसें रैली के लिए रवाना हुई थी। एसोसिएशन के प्रदेश सचिव वरुण जैन व जिला प्रधान राजेश मुंजाल ने कहा कि एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष एवं निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा के आह्वान के बाद सभी स्कूलों ने हड़ताल व रैली का फैसला किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा सम्मान एवं सुरक्षा को लेकर यह रैली आयोजित की गई थी। पिछले कई सालों से 134ए के तहत निजी स्कूल बच्चों को शिक्षित कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने घोषित नाममात्र राशि का एक रुपया तक स्कूलों को नहीं दिया। इसका अलावा आए दिन तर्कहीन और अव्यावहारिक नियम स्कूलों पर थोपे जा रहे हैं, जिससे संचालकों में रोष है। सरकार ने गलत नीतियां बनाकर निजी स्कूलों को बंद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। राज्य उप-प्रधान जो¨गद्र ¨सह ढुल, कुलदीप पूनिया, ब¨लद्र संधू, पवन सागवाल, महीपाल कौशिक व सुरेश शर्मा ने बताया कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले निजी स्कूल संचालकों की समस्याओं को सुलझाने का वादा किया था और इनको सुलझाने के लिए एक कमेटी भी गठित की थी। चार साल बीत जाने के बाद भी कमेटी की एक बैठक तक नहीं हुई। सरकार ने समस्याएं सुलझाने की बजाय कई तरह अनावश्यक कानून बनाकर शिक्षा को बर्बाद करने का किया। इस मौके पर विकास धीमान, आयुष गर्ग, रजत ¨सगला, गौतम बंसल, लाभ ¨सह लैलर, संजीव शर्मा, रघुबीर भुना, अशोक अरोड़ा, राजकुमार जैन, सुरेंद्र आदि मौजूद थे।