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नेशनल बिल के विरोध में बंद रहे निजी अस्पताल

नेशनल बिल के विरोध में शहरभर के निजी अस्पताल संचालकों ने देशव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए सोमवार को अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखी। आइएमए के प्रधान ने बताया कि बिल के विरोध में यह हड़ताल रखी गई है। सभी चिकित्सकों ने इसका समर्थन करते हुए अपने-अपने अस्पताल बंद रखे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 11:42 AM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 06:33 AM (IST)
नेशनल बिल के विरोध में  बंद रहे निजी अस्पताल
नेशनल बिल के विरोध में बंद रहे निजी अस्पताल

जागरण संवाददाता, कैथल :

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नेशनल बिल के विरोध में शहरभर के निजी अस्पताल संचालकों ने देशव्यापी हड़ताल का समर्थन करते हुए सोमवार को अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखी।

आइएमए के प्रधान ने बताया कि बिल के विरोध में यह हड़ताल रखी गई है। सभी चिकित्सकों ने इसका समर्थन करते हुए अपने-अपने अस्पताल बंद रखे हैं।

उधर चिकित्सकों की इस हड़ताल से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मरीज इलाज के लिए उधर-उधर भटकते नजर आए। वहीं जिला नागरिक अस्पताल में भी मरीजों की ओपीडी ज्यादा रही। धक्का-मुक्के के बीच मरीजों को सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने के लिए मजबूर होना पड़ा। मरीजों को ज्यादा समस्या इसलिए भी आई क्योंकि रविवार को भी छुट्टी का दिन होने के कारण मरीजों को इलाज नहीं मिल पाया। सुबह जैसे ही मरीज निजी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे तो स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाई। केवल इमरजेंसी सेवाएं ही अस्पताल में जारी रही। इलाज के लिए आई रोहेड़ियां गांव निवासी कमलेश ने बताया कि बुखार होने पर चिकित्सक को दिखाने के लिए आई थी, लेकिन यहां हड़ताल होने बारे स्टाफ ने कहा तो बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा। वहीं शक्ति नगर के दीपक ने बताया क िहड़ताल के चलते काफी दिक्कत आई। इलाज के लिए अब मंगलवार को अस्पताल में आना पड़ा। -------------


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