अब हरियाणवी संस्कृति से रुबरु होंगे स्कूली विद्यार्थी: डा. मंगला
हरियाणा में कल्चर के नाम पर सिर्फ एग्रीकल्चर ही है। रामगढ़ पांडवा स्थित आरोही माडल के प्राचार्य डा. अश्वनी मंगला ने कहा कि राह ग्रुप संस्था की बहुप्रतिष्ठित पुस्तक हरियाणा को जानो का अवलोकन कर रहे थे।
संवाद सहयोगी, कलायत : हरियाणा में कल्चर के नाम पर सिर्फ एग्रीकल्चर ही है। रामगढ़ पांडवा स्थित आरोही माडल के प्राचार्य डा. अश्वनी मंगला ने कहा कि राह ग्रुप संस्था की बहुप्रतिष्ठित पुस्तक हरियाणा को जानो का अवलोकन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा को जानो नामक पुस्तक प्रदेश के इतिहास में यह ऐसी पहली ऐसी रंगीन पुस्तक है, जिसमें मानचित्रों व सांस्कृतिक विरासत से जुड़े चित्रों से लेकर हरियाणवी शब्दावली की विस्तार से जानकारी प्रदान की गई है।
इस पुस्तक में हरियाणवी सिनेमा, वालीवुड में हरियाणा, प्रदेश के पर्यटन स्थलों, वेशभूषा, आभूषण, लोक नृत्यों, हरियाणा में मूर्तिकला, प्रमुख लोकगीत, लोक वाद्य यंत्र, हरियाणा के लोक नाट्य, प्रमुख सांगी एवं उनकी रचनाओं, प्रमुख मेलों एवं पर्व-उत्सव, प्रदेश की भौगोलिक संरचना, मिट्टी के प्रकार, कृषि व पशुपालन, सिचाई व्यवस्था, उत्पादन में जिलावार स्थिति, बागवानी, प्रमुख फल, सब्जियां, मसालों व फूलों एवं उनके उत्पादन क्षेत्रों की विस्तार से जानकारी प्रदान की गई है।