पहले तो कटड़ा बेच कै बिल भरया था, इब किस्तरां भरांगे.
बिजली निगम की तरफ से इस बार उपभोक्ताओं के घर भेजे गए भारी-भरकम बिलों को देख लोगों में रोष है। आए हुए बिलों को लेकर बुधवार को बाबा लदाना खानपुर भानपुरा व खुराना गांव के ग्रामीण हरियाणा सरकार में एक ओर सुधार प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल की नेतृत्व में बिजली निगम कार्यालय पहुंचे।
जागरण संवाददाता, कैथल :
बिजली निगम की तरफ से इस बार उपभोक्ताओं के घर भेजे गए भारी-भरकम बिलों को देख लोगों में रोष है। आए हुए बिलों को लेकर बुधवार को बाबा लदाना, खानपुर, भानपुरा व खुराना गांव के ग्रामीण हरियाणा सरकार में एक ओर सुधार प्रोजेक्ट डायरेक्टर रॉकी मित्तल की नेतृत्व में बिजली निगम कार्यालय पहुंचे। जहां आए हुए बिलों को दिखाते हुए इस समस्या को दूर करने की मांग की। ग्रामीणों ने निगम पर आरोप लगाया कि मीटरों में रीडिग तो कम है, लेकिन निगम ने अधिक रीडिग के अनुसार ही बिल भेज दिया है। इस कारण अधिकतर बिल 12 से 40 हजार रुपये तक आए हैं, जबकि पहले मुश्किल से 700 से 800 रुपये तक बिल आता था।
एसई से मिलने पहुंचे ग्रामीणों का दर्द उमड़ा
निगम के एसई से मिलने पहुंचे ग्रामीणों का दर्द उमड़ा। इस दौरान ग्रामीणों ने भारी भरकम बिजली की समस्या से पीड़ा को भी अपने अंदाज में व्यक्त किया। गांव खुराना के ग्रामीण नरेश कुमार ने बताया कि पिछली बार भी 20 हजार से अधिक बिल आया था। तब तो पहले भैंस का कटड़ा (बच्चा) बेच कै बिल भर दिया था, इब हम किस्तरां इतना बिल भरांगे। प्रवीन ने बताया कि उसके घर में केवल दो पंखे व एक कूलर चलता है, इसके बावजूद निगम ने इस बार भी 15 हजार रुपये का बिल भेज दिया है। जब से बिल आया है उसे भरने की चिता सता रही है, कैसे बिल भरूंगा।
अधिक रीडिग पर ज्यादा नहीं कम हो रेट :
बाबा लदाना के ग्रामीण किशना राम, महेंद्र, सतपाल, बालिका राम ने बताया कि सरकार की बिजली बिलों में यूनिट के हिसाब से ढाई रुपये प्रति यूनिट है। कोई यूनिट कम खर्च करता है तो बिल कम आता है। जबकि यूनिट अधिक खर्च होती है तो बिल प्रति यूनिट के हिसाब से बढ़ जाता है। सरकार इस योजना में बदलाव करे अधिक बिजली खपत पर बिजली के कम बिल आने चाहिए।
बिल को ठीक कराया जाएगा
बिजली निगम के एसई बीएस रंगा ने कहा कि गांव में लगे मीटरों की रीडिग को देखा जाएगा। यदि रीडिग कम व बिल अधिक है तो उन्हें ठीक कराया जाएगा, यदि और कोई समस्या है तो मीटरों की जांच कराई जाएगी। सभी बिलों को 30 अगस्त से पहले ठीक करा दिया जाएगा।