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पोस्टर मेकिग व भाषण स्पर्धा से जल का बताया महत्व

दैनिक जागरण और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा सोमवार को विश्व जल दिवस पर गीता भवन मंदिर समीप स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पोस्टर मेकिग व भाषण प्रतियोगिता करवाई गई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में छठी से 12वीं तक की छात्राओं ने प्रतिभागिता की। सभी प्रतिभागी छात्राओं को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Mar 2021 06:35 AM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 06:35 AM (IST)
पोस्टर मेकिग व भाषण स्पर्धा से जल का बताया महत्व
पोस्टर मेकिग व भाषण स्पर्धा से जल का बताया महत्व

जागरण संवाददाता, कैथल : दैनिक जागरण और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा सोमवार को विश्व जल दिवस पर गीता भवन मंदिर समीप स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पोस्टर मेकिग व भाषण प्रतियोगिता करवाई गई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में छठी से 12वीं तक की छात्राओं ने प्रतिभागिता की। सभी प्रतिभागी छात्राओं को स्मृति चिह्न प्रदान किए गए।

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इस कार्यक्रम में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य रामेश्वर दास ने की। कार्यक्रम में छात्राओं ने जहां आकर्षक पोस्टर बनाकर जल संरक्षण का संदेश दिया तो वहीं छात्राओं ने भाषण के माध्यम से जल के महत्व पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम के दौरान जिला सलाहकार ने दीपक कुमार ने छात्राओं को पानी के महत्व के बारे में समझाया ही नहीं, बल्कि इसे प्रेक्टिकल करके दिखाया। इसमें बताया कि किस प्रकार से देश में पानी की बर्बादी के कारण भूमि का जलस्तर पर लगातार गिर रहा है।

कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित करते हुए जिला सलाहकार दीपक कुमार ने बताया कि हमें पानी के महत्व को समझना होगा नहीं तो हमारी आने वाली पीढ़ी को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। हम छोटे-छोटे कार्य के दौरान प्रयोग किए जाने वाले जल का दूसरे कार्याें में प्रयोग करके पानी को बचा सकते हैं। विश्व जल दिवस पहली बार 1992 में मनाया गया था। 28 साल बाद भी पानी को लेकर गंभीर होने की बहुत जरूरत है।

जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी सबको देना है। इस योजना के तहत 2024 तक हर घर को नल देना है। जहां भूजल है, वहां पानी आसानी से मिल जाएगा, लेकिन जहां नहरी पानी की सप्लाई हो रही है, वहां पर जल का संरक्षण करना तो बहुत ही जरूरी है।

गर्मी के 34 से 39 दिन तक पानी देने का शेड्यूल रहता है। जबकि इसकी सप्लाई 28 से 30 दिन ही गर्मियों में रहती है। ऐसे में इस अंतराल को मेंटेन करना बेहद मुश्किल होता है। इसी स्थिति को सुधारने के लिए पानी का प्रयोग के दौरान इसका संरक्षण करने को हमें नैतिक जिम्मेदारी समझनी होगी।

स्कूल प्रधानाचार्य रामेश्चवर दास ने कहा कि आज के जीवन में पानी को बचाना जरूरी है। एक प्रतिशत हमें पीने का ताजा पानी मिलता है। विभाग के द्वारा हमारे पास नालियों के माध्यम से इस पानी को शुद्ध कर पहुंचाया जाता है, लेकिन इस एक प्रतिशत पानी को बचाने के लिए हमें जागरूकता की आवश्यकता है। सबसे पानी को बचाने के लिए घर से शुरूआत करनी होगी। स्कूल की 1700 के करीब छात्राएं है। ये सभी छात्राएं घर से लेकर स्कूल, कालेज, गली मोहल्लों पर पानी के लिए लोगों को जागरूक करेगी।

इस आयोजन की कमान अध्यापिका सुमन तंवर ने संभाली। इस दौरान जूनियर रेडक्रॉस काउंसलर अंजू शर्मा की टीम ने सभी को मास्क और सैनिटाइजर दिए। मंच संचालन कुलविद्र कौर ने किया। उन्होंने जल संरक्षण पर अपनी कविता भी पढ़ी। इस मौके पर शिक्षक रतन कुमार, सुदेश, निधि, नवीन कुमार, कुलदीप सिंह सहित अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

यह छात्राएं रहीं अव्वल :

पोस्टर मेकिग प्रतियोगिता में मनवीन ने प्रथम, संतोष ने द्वितीय और काजल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में पायल ने पहला, अंजली ने दूसरा और गरिमा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इन्हें प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। दोनों प्रतियोगिताओं में प्रतिभागिता करने वाली छात्राओं को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए।


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