डीआरडीए घोटाले के मास्टरमाइंड इंद्रजीत को कैथल लाई पुलिस
जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण (डीआरडीए) घोटाले के मास्टरमाइंड इंद्रजीत को सिविल लाइन थाना पुलिस प्रोडेक्शन वारंट पटियाला जेल से कैथल लेकर आई। आरोपित एक करोड़ 32 लाख रुपये के घोटाले में जमानत मिलने के बाद फरार चल रहा था। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, कैथल : जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण (डीआरडीए) घोटाले के मास्टरमाइंड इंद्रजीत को सिविल लाइन थाना पुलिस प्रोडेक्शन वारंट पटियाला जेल से कैथल लेकर आई। आरोपित एक करोड़ 32 लाख रुपये के घोटाले में जमानत मिलने के बाद फरार चल रहा था। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर रामचंद्र ने बताया कि 30 नवंबर 2017 को राधा स्वामी कालोनी निवासी आरोपित इंद्रजीत नकदी हड़पने के एक मामले में न्यायालय ने पीओ करार दिया था। थाना के सहायक उप निरीक्षक सत्यवान ¨सह के बयान पर आरोपित के खिलाफ 16 अप्रैल को थाना में केस दर्ज किया था। आरोपित फर्जी डीएसपी बनाकर युवकों को नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने के मामले में पटियाला जेल में बंद था। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से वारंट जारी करवाते हुए गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि वर्ष 2011-12 में एडीसी कैथल दिनेश यादव की शिकायत पर डीआरडीए विभाग में कर्मचारी इंद्रजीत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। आरोपित ने चार अक्टूबर 2008 से 26 अप्रैल 2012 के बीच टीएससी स्कीम कार्य के दौरान लेखाकार के तौर पर कार्य करते हुए घोटाला किया था।