शराब ठेके का विरोध कर रहीं महिलाओं पर भांजी लाठियां, पुलिस ने दौड़ाकर पीटा
ग्रामीणों का कहना था कि वे गांव से शराब का ठेका हटवाने के लिए विरोध कर रहे थे। इस बीच उनके पास राजौंद पुलिस पहुंची और प्रदर्शनकारियों को धमकाते हुए जाम खोलने की बात कही।
जेएनएन, कैथल। शराब ठेके को बंद कराने के लिए कैथल असंध मार्ग किच्छाना कुई पर प्रदर्शन कर रही गांव कोटड़ा की महिलाओं व पुरुषों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें तीन पुलिस कर्मचारियों सहित दर्जन भर लोग घायल हो गए।
राजौंद थाना प्रभारी रामकुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। जाम खुलवाने के प्रयासों के दौरान पुलिस और ग्रामीणों में नोक झोंक हुई। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। मामला बढ़ता देख और स्थिति को संभालने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। तहसीलदार राजबीर व डीएसपी सतीश गौतम भी मौके पर पहुंचे गए।
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ग्रामीणों का कहना था कि वे गांव से शराब का ठेका हटवाने के लिए विरोध कर रहे थे। इस बीच उनके पास राजौंद पुलिस पहुंची और प्रदर्शनकारियों को धमकाते हुए जाम खोलने की बात कही। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर लाठियां भांजी और महिलाओं को दौड़ा दौड़ाकर पीटा गया। डीएसपी ने आश्वासन दिया कि गांव से शराब का ठेका हटा दिया जाएगा। इसके बाद जाम खोला गया। यह पहली बार है कि जब शराब के ठेकों को लेकर विरोध कर महिलाओं पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
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