श्रद्धालुओं को नहीं होगी कोई परेशानी, तालाब में भी डाला साफ पानी
प्रशासन फल्गु मेले की तैयारियों में जुटा हुआ है। तालाब में साफ पानी डाला गया है, ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। इसके नजदीक सूचना प्रसारण केंद्र भी स्थापित किया जा रहा है। मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के साथ ही सेक्टर सुपरवाइजर भी तैनात कर दिए गए हैं। यह बातें डीसी धर्मवीर ¨सह ने कही।
जागरण संवाददाता, कैथल : प्रशासन फल्गु मेले की तैयारियों में जुटा हुआ है। तालाब में साफ पानी डाला गया है, ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। इसके नजदीक सूचना प्रसारण केंद्र भी स्थापित किया जा रहा है। मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के साथ ही सेक्टर सुपरवाइजर भी तैनात कर दिए गए हैं। यह बातें डीसी धर्मवीर ¨सह ने कही।
वह शनिवार को मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने बताया कि मेले की तैयारियों के लिए चार करोड़ 98 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवाई गई है जिससे आवश्यक कार्य करवाए जा रहे हैं।
पोलिथिन व थर्मोकोल के उत्पादों पर लगाई जाएगी रोक
उन्होंने बताया कि मेला प्रशासन पहली बार मेला परिसर में पोलिथिन एवं थर्मोकोल के उत्पादों पर पूर्ण पाबंदी लगाएगा। इन उत्पादों का प्रयोग करने वाले दुकानदारों के सभी ऐसे उत्पाद जब्त कर लिए जाएंगे। मेला परिसर में आयोजित होने वाले भंडारों में भी इन उत्पादों के उपयोग पर पाबंदी रहेगी। संपूर्ण मेला परिसर में डस्टबिनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
अस्थायी पुलिस लाइन व अस्पताल किया जाएगा स्थापित
डीसी ने बताया कि मेला के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में स्थित राजकीय उच्च विद्यालय परिसर में अस्थायी पुलिस लाइन स्थापित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गांव में अस्थायी अस्पताल स्थापित किया जाएगा। परिवहन विभाग पर्याप्त संख्या में बस उपलब्ध करवाने के साथ-साथ अस्थायी बस अड्डे भी बनाए जाएंगे।
सीमेंट के 100 बेंच बनवाए
प्रशासन ने ग्राम पंचायत के सहयोग से तीर्थ स्थल पर श्रद्धालुओं के बैठने के लिए सीमेंट के 100 बेंच स्थापित किए गए हैं। महिला घाटों पर महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त महिला पुलिस बल भी तैनात किया जाएगा। तीर्थ स्थल पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जा रहा है, जहां से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। तीर्थ पर स्थित पवित्र तालाब में नाव भी तैनात की जाएंगी, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके। गोताखोर भी तैनात किए जाएंगे।