प्रदेश के 1135 आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलेगा प्ले स्कूल का दर्जा
नई शिक्षा नीति के तहत राज्य के 1135 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल का दर्जा मिलेगा। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। यह जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कलायत में दी।
संवाद सहयोगी, कलायत : नई शिक्षा नीति के तहत राज्य के 1135 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल का दर्जा मिलेगा। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। यह जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कलायत में दी। वह मंगलवार को कलायत के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंची थी। राज्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब बच्चों की प्रथम पाठशाला कहे जाने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों को हाईटेक रूप देने की योजना बनाई गई है। सरकार की शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शिक्षक के रुप में बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। छह वर्ष तक की आयु के बच्चों के साथ महिलाओं को पोषक आहार प्रदान करने का दायित्व आंगनबाड़ी केंद्रों पर रहा है। महिला और बच्चों के स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों को गुणवत्ता आधारित शिक्षा देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है। प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल की रहनुमाई में प्रथम चरण में 1135 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल का दर्जा देने का कार्य होगा। प्ले स्कूलों में स्मार्ट टीवी, मार्डन फर्नीचर और विशेष विधि से तैयार पाठयक्रम के साथ-साथ तमाम तरह की सहूलियतें छह वर्ष तक की आयु के बच्चों को मिलेंगी।
सरकार करेगी प्ले स्कूलों का संचालन:
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्ले स्कूलों को निजी हाथों में सौंपने का प्रचार मुख्य रूप से विरोधी दलों द्वारा किया जा रहा है। यह पूर्णत आधारहीन है। प्ले स्कूलों को सरकारी भवन में स्थापित किया जाएगा। इनमें आंगनबाड़ी वर्कर को शिक्षक का दर्जा दिया जाएगा और सांझे प्रयासों से पाठयक्रम तैयार किया गया है। इससे यह साबित हो चुका है कि प्ले स्कूलों का संचालन सरकार करेगी। ----------------