अब दरोगों ने संभाली शहर में सफाई की कमान
शहर में रात की सफाई करने का ठेका एक सप्ताह पहले खत्म हो चुका है। ठेका खत्म होने के बाद मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने आठ सफाई दरोगों को पत्र लिखा था।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में रात की सफाई करने का ठेका एक सप्ताह पहले खत्म हो चुका है। ठेका खत्म होने के बाद मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने आठ सफाई दरोगों को पत्र लिखा था। पत्र में आदेश दिए गए थे कि जिन स्थानों पर रात में सफाई होती थी, वहां अब दरोगों के कर्मचारी सफाई करेंगे। एक दरोगा के पास करीब 15 से 20 सफाई कर्मचारी काम करते हैं। आदेश मिलने के बाद कर्मचारियों ने साफ-सफाई का कार्य भी शुरू कर दिया है। नप की ओर से द कल्याणी कॉपरेटिव सोसाइटी को ठेका दिया हुआ था। सफाई पर करीब साढ़े छह लाख रुपये महीना खर्च होता था और एजेंसी के 65 कर्मचारी सफाई का काम करते थे। रात की सफाई के लिए नया टेंडर लगाया हुआ है, लेकिन उसे भी खोला नहीं जा रहा है।
इन स्थानों पर होती थी रात में सफाई
जिन स्थानों पर डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी सफाई नहीं करती थी, उनके लिए अलग से सफाई का टेंडर दिया गया था। रात को आठ बजे से 12 बजे तक सफाई होती थी। एजेंसी की ओर से छात्रावास रोड, खुराना रोड, नरवानियां बिल्डिग, ढांड रोड, अंबाला रोड, करनाल रोड बाइपास, मुख्य बाजार, रेलवे गेट के एरिया में साफ-सफाई की जाती थी।
नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने बताया कि रात की सफाई का ठेका खत्म हो चुका है। वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए संबंधित एरिया के दरोगों को सफाई करने के निर्देश दिए गए थे, जिन्होंने कार्य शुरू कर दिया है।