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नहीं हो रहा एनजीटी की शर्तों का पालन, अधिकारियों को फटकार

मंगलवार को डीसी सुजान सिंह ने खुराना रोड स्थित कचरा डंपिग यार्ड का निरीक्षण किया। यार्ड में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर डीसी ने नप अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Mar 2020 06:19 AM (IST)Updated: Wed, 04 Mar 2020 06:19 AM (IST)
नहीं हो रहा एनजीटी की शर्तों का पालन, अधिकारियों को फटकार
नहीं हो रहा एनजीटी की शर्तों का पालन, अधिकारियों को फटकार

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद और डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी की ओर से एनजीटी की शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है। मंगलवार को डीसी सुजान सिंह ने खुराना रोड स्थित कचरा डंपिग यार्ड का निरीक्षण किया। यार्ड में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर डीसी ने नप अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। यार्ड में कचरे की छंटनी नहीं की जा रही थी और ना ही कचरे को ढक कर यार्ड तक लाया जा रहा था। कचरे को यार्ड के गेट पर ही डाला जा रहा था। डीसी ने सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को 15 दिन का समय दिया है। मुख्यालय से मिले पत्र में एनजीटी के अनुसार सौ प्रतिशत कार्य करने को लेकर 31 मार्च तक का समय दिया गया है। निरीक्षण के दौरान सीटीएम सुरेश राविश, नप कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार, नप सचिव मोहन लाल, मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज मौजूद रहे। तीन दिन से नहीं उठ रहा कचरा

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शहर में लगातार तीन दिनों से कचरा प्वाइंट से कचरे का उठान नहीं किया जा रहा है। डोर टू डोर कचरा उठाने वाली एजेंसी ने प्वाइंट से कचरा उठाने वाले अपने कर्मचारी हटा लिए हैं। कचरा उठाने की जिम्मेदारी अब नगर परिषद की है। नप के पास 166 पक्के और 170 कर्मचारी पेरोल पर हैं। इतने कर्मचारी होने के बाद भी तीन दिनों से कचरा नहीं उठ पाया है। शहर से रोजाना 70 से 80 टन कचरे का उठान होता है। करनाल रोड, ढांड रोड और अंबाला रोड पर गंदगी के बड़े-बड़े ढेर लग गए हैं। शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर हालात खराब हो रहे हैं। डीसी ने ये दिए निर्देश

- डंपिग यार्ड के बाहर कचरा ना डाला जाए।

- यार्ड की दीवारों को 12 फीट तक ऊंचा किया जाए।

- दीवारों के चारों ओर जाली लगाई जाए, ताकि गंदगी बाहर न आए।

- दीवारों के साथ-साथ पौध रोपण किया जाए।

- डंपिग यार्ड में ढक कर कचरा लाया जाए।

- पोलिथिन बेचने वाले व्यक्तियों का चालान किया जाए।

- घर-घर से ठोस व तरल कचरा अलग-अलग उठाने की व्यवस्था हो।

- यार्ड में ठोस व तरल कचरे को अलग-अलग करने के लिए शैड का निर्माण किया जाए।

- कचरे की खाद बनाने का कार्य शुरू किया जाए। बॉक्स

सीएसआइ ने डीसी को लिखा पत्र

निरीक्षण के बाद मुख्य सफाई निरीक्षक ने डीसी को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा कि कचरा डंपिग यार्ड पर 15 कर्मचारियों जरूरत है, जिसके लिए नप कार्यकारी अधिकारी और एजेंसी को कई बार बोला गया है। एनजीटी को लेकर पालिका अभियंता और कनिष्ठ अभियंता की ड्यूटी लगाई जाए। यार्ड पर कचरे को ठीक करने के लिए पोकलैंड मशीन यार्ड में चलाई जाए। जनवरी से फरवरी तक 217 घंटे मशीन चलाई गई, लेकिन उसके पैसे आज तक नहीं दिए गए हैं।

नप के कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि डीसी के सभी आदेशों का पालन किया जाएगा। एनजीटी को लेकर सचिव मोहन लाल को नोडल अधिकारी बना दिया गया है। कचरा प्वाइंट से भी कचरा उठवा दिया जाएगा।


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