Move to Jagran APP

गांव बरटा में निकासी का प्रबंध नहीं, पेयजल व्यवस्था भी बदहाल

गांव बरटा में पेयजल व्यवस्था और गंदे पानी की निकासी सही ढंग से नहीं होने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूरे गांव में पेयजल की सप्लाई सही ढंग से नहीं पहुंच पा रही है। जिन स्थानों पर पानी पहुंच रहा है, वह भी प्रदूषित आ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 11:13 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 11:13 PM (IST)
गांव बरटा में निकासी का प्रबंध नहीं, पेयजल व्यवस्था भी बदहाल
गांव बरटा में निकासी का प्रबंध नहीं, पेयजल व्यवस्था भी बदहाल

जागरण संवाददाता, कैथल :

loksabha election banner

गांव बरटा में पेयजल व्यवस्था और गंदे पानी की निकासी सही ढंग से नहीं होने के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूरे गांव में पेयजल की सप्लाई सही ढंग से नहीं पहुंच पा रही है। जिन स्थानों पर पानी पहुंच रहा है, वह भी प्रदूषित आ रहा है। ऐसे ही हालात गंदे पानी की निकासी के हैं। हालांकि गंदे पानी निकासी के लिए गांव में तालाब बने हुए है, लेकिन वे भी साफ नहीं हैं। उनमें गंदगी, प्लास्टिक की थैलियां और जलखुंभी भरी पड़ी हैं। ग्रामीण इस संबंध में कई बार अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा।

बाक्स

आठ हजार से ज्यादा है गांव की आबादी :

गांव की आबादी आठ हजार से ज्यादा है। गत चुनावों में गांव के करीब 36 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। साक्षरता दर 75 प्रतिशत से ज्यादा है और करीब तीन से चार प्रतिशत तक ग्रामीण सरकारी और निजी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इतना सब होने के बाद भी गांव वासी सुविधाओं को तरस रहे हैं।

बॉक्स

रेत युक्त पानी की आ रही सप्लाई :

ग्रामीण सुनील कुमार संधू ने कहा कि गांव के सभी घरों में पानी की सप्लाई सुचारू रूप से नहीं आ रही। जहां सप्लाई मिल रही है, वहां भी नलों में रेत से युक्त पानी आता है। ऐसे ही हालात निकासी के हैं। बरसात के दिनों में तो गलियां गंदे पानी से लबालब भर जाती है। इससे ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

बॉक्स

स्कूल नहीं हो रहा अपग्रेड :

ग्रामीण त्रिलोकी शर्मा ने कहा कि गांव में इस समय दसवीं कक्षा तक का स्कूल है। गांव के बच्चों को दसवीं कक्षा से आगे पढ़ने के लिए पास के गांवों में जाना पड़ता है। इससे उनके समय की बर्बादी होती है। स्कूल को अपग्रेड कर बारहवीं कक्षा तक करना चाहिए।

बॉक्स

कर रहे समाधान के प्रयास :

ग्राम पंचायत बरटा के सरपंच गुरमेल ¨सह सैनी ने कहा कि पंचायत की ओर से ग्रामीणों की हर समस्या के समाधान का प्रयास किया जा रहा है। कुछ शिकायतें अधिकारियों के संज्ञान में लाई गई हैं। जो रहती हैं, उनका भी अधिकारियों से मिलकर समाधान करवाया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.