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नाम का रैन बसेरे, बस अड्डे से तीन किलोमीटर दूर बना दिया एक कमरा

सोमवार रात को करीब 10 बजे हैं सिरटा रोड पर जिला प्रशासन की तरफ से खोले गए रैन बसेरा में एक व्यक्ति भीषण ठंड के मौसम में रात्रि ठहराव को लेकर पहुंचा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Dec 2019 09:59 AM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 09:59 AM (IST)
नाम का रैन बसेरे, बस अड्डे से तीन किलोमीटर दूर बना दिया एक कमरा
नाम का रैन बसेरे, बस अड्डे से तीन किलोमीटर दूर बना दिया एक कमरा

जागरण संवाददाता, कैथल :

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सोमवार रात को करीब 10 बजे हैं, सिरटा रोड पर जिला प्रशासन की तरफ से खोले गए रैन बसेरा में एक व्यक्ति भीषण ठंड के मौसम में रात्रि ठहराव को लेकर पहुंचा। दरवाजा खटखटाने के बाद जब कोई बाहर नहीं आया तो आवाज लगाई, इसके बाद कमरों के ऊपर चौबारे में से एक व्यक्ति बाहर निकलना, कहा बोले तो उसने कहा यह रैन बसेरा है हां, तो मुसाफिर ने रात्रि ठहराव की बात कही, इसके बाद गेट खोला गया, लेकिन यहां पहले से ही कमरे में दो व्यक्ति ठहरे हुए थे। जब दूसरा कमरा खोलने बारे कहा तो जवाब मिला कि यहां तो एक ही कमरा है। इस पर उक्त व्यक्ति ने कहा कि एक कैमरे में किसी तरह से तीन से चार लोग ठहर सकेंगे। अगर रात को दो से तीन व्यक्ति अन्य यहां ठहरने के लिए आ गए तो काफी दिक्कत होगी। कहा कि एक तो पहले ही रैन बसेरा बस अड्डा व रेलवे स्टेशन से दो से तीन किलोमीटर दूर बनाया गया है, इस कारण दूसरे शहर से आने वाले यात्रियों को यहां तक पहुंचने में काफी दिक्कत आती है। इसलिए रैन बसेरा नजदीक किसी स्थान पर बनाया जाना चाहिए, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो। बाक्स-

पंजाब के गुरदासपुर से पहुंचे ट्रक चालक सुरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि उसे राजस्थान में जाना था, लेकिन ठंड अधिक होने के कारण रात को यहीं पर रोकने का विचार किया, क्योंकि रात के समय सर्दी व धूंध काफी है, इस कारण सफर करने में दिक्कत होती है। सुबह यहां से रवाना होंगे। कहा कि यहां पर केवल एक ही कमरा है। जब वह यहां आया तो कमरे में कुछ नहीं था, जिसके बाद बिस्तर व रजाई मांगने पर ही मिली। यहां विशेष प्रबंध प्रशासन की तरफ से आने-जाने वाले लोगों के लिए किए जाने चाहिए। जिले सिंह ने बताया कि उसने भी पंजाब के लुधियाना से करनाल के शहर असंध में एक समागम में जाना था, लेकिन शाम के समय बस न मिलने के कारण वे रात में ठहरने के लिए रैन बसेरे में पहुंचा है।यहां पर काफी देर के बाद बिस्तर व रजाई का प्रबंध हो पाया। ठंड के इस मौसम में गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए इस तरह की सुविधा होती है, इसलिए प्रशासन को कमरों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ इस सुविधा के नजदीक किसी आश्रम व धर्मशाला में शुरू करनी चाहिए। बाक्स-

यहां बनाया जा सकता है रैन बसरा

पुराने रेलवे स्टेशन के नजदीक नई व पुरानी अनाज मंडी है। इसके नजदीक राम नगर, चंदाना गेट में धर्मशालाएं भी हैं, इसलिए सर्दी के मौसम में प्रशासन की तरफ से यहां रैन बसेरा बनाया जा सकता है। वहीं बस अड्डा के नजदीक हनुमान वाटिका, बाल भवन है, यहां भी सर्दी के मौसम को देखते हुए रैन बसेरा बनाया जा सकता है। वर्जन

नगर परिषद के एक्सईएन सुरेंद्र कुमार ने बताया कि रैन बसेरों में व्यवस्थाओं की जांच को लेकर जायजा लिया गया है। उस समय रैन बसेरों में ठहरने वाले लोगों को सभी सुविधाएं मिल रही थी। यदि अब कोई समस्या है तो उसकी जानकारी हासिल कर समाधान करवा दिया जाएगा।


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