एंबुलेंस सेवा के केंद्रीयकरण के विरोध में एनएचएम कर्मियों ने किया वर्क सस्पेंड
फोटो संख्या : 27 मांगें नहीं मानी तो 31 को करेंगे हड़ताल जागरण संवाददाता, कैथल : जिले के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े कर्मचारियों ने बुधवार को वर्क सस्पेंड कर सांकेतिक हड़ताल की। सामान्य काम का बहिष्कार कर जिले भर के सैकड़ों कर्मचारियों ने केवल आपातकालीन सेवाएं ही मरीजों व दुर्घटना में घायल हुए लोगों को उपलब्ध करवाई। हड़ताल में एंबुलेंस सेवा में काम कर रहे 58 कर्मचारियों सहित अन्य क्षेत्रों से नर्स, क्लर्क, अकाउंटेंट व एलटी के करीब 450 कर्मचारियों ने काम बंद रखा। हालांकि सभी नागरिक अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों में उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई लेकिन हाजिरी लगाकर सामान्य काम से किनारा रखा। इसके चलते एंबुलेंस सेवा प्रभावित रही।
फोटो संख्या : 27
मांगें नहीं मानी तो 31 को करेंगे हड़ताल
जागरण संवाददाता, कैथल :
जिले के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़े कर्मचारियों ने बुधवार को वर्क सस्पेंड कर सांकेतिक हड़ताल की। सामान्य काम का बहिष्कार कर जिले भर के सैकड़ों कर्मचारियों ने केवल आपातकालीन सेवाएं ही मरीजों व दुर्घटना में घायल हुए लोगों को उपलब्ध करवाई। हड़ताल में एंबुलेंस सेवा में काम कर रहे 58 कर्मचारियों सहित अन्य क्षेत्रों से नर्स, क्लर्क, अकाउंटेंट व एलटी के करीब 450 कर्मचारियों ने काम बंद रखा। हालांकि सभी नागरिक अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों में उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई लेकिन हाजिरी लगाकर सामान्य काम से किनारा रखा। इसके चलते एंबुलेंस सेवा प्रभावित रही। रोजाना डिस्चार्ज होने वाले करीब 30 केसों में से कुछेक को ही सेवाएं मिल पाई। एनएचएम कर्मचारी संघ के जिला प्रधान हरदीप ¨सह ने बताया कि सरकार की ओर से किए जा रहे एंबुलेंस केंद्रीयकरण से कर्मचारियों में रोष है। मंगलवार को भी उन्होंने इसके विरोध में काले बिल्ले लगाकर काम किया था। सरकार इस प्रकार की नीतियां बनाकर उनके कर्मचारियों की परेशानी बढ़ा रही है। सरकार मिशन में ठेकेदारी लागू करने पर तुली है। इसके विरोध में वे 31 मई को दो दिवसीय हड़ताल करेंगे।
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ये रही कर्मचारियों की मांगें :
काम छोड़ कर बैठे एनएचएम कर्मियों ने केंद्रीयकरण पर रोक लगाने, नई भर्ती कर सेवा नियमों में संशोधन करने, हटाए गए कर्मियों को वापस कार्य पर लेने, डिजिटल इंडिया के नाम पर अतिरिक्त कार्यभार थोपना बंद करने की मांग की। इस अवसर पर कुलदीप कुमार, सुभाष, विकास, गजे ¨सह, नरेंद्र व प्रदीप कुमार मौजूद थे।