स्वच्छता का निरीक्षण करने के लिए कैथल पहुंची एनजीटी की टीम
शहर में सफाई व्यवस्था देखने के लिए राष्ट्रीय हरित अभिकरण यानि एनजीटी की टीम कैथल में पहुंची। टीम में दो सदस्य थे जिन्होंने कचरा डंपिग प्लांट डोर टू डोर कचरा उठान गीला व सूखा कचरा अलग करना व कर्मचारियों की वर्दी चेक की।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में सफाई व्यवस्था देखने के लिए राष्ट्रीय हरित अभिकरण यानि एनजीटी की टीम कैथल में पहुंची। टीम में दो सदस्य थे, जिन्होंने कचरा डंपिग प्लांट, डोर टू डोर कचरा उठान, गीला व सूखा कचरा अलग करना व कर्मचारियों की वर्दी चेक की। टीम ने सफाई को लेकर शहर के लोगों से भी फीडबैक लिया है। हरियाणा स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत हरियाणा में ही सर्वेक्षण शुरू किया गया है। करीब 18 जिलों में यह सर्वेक्षण हो चुका है। टीम ने रिपोर्ट तैयार कर ऑनलाइन साइट पर डाल दी है। अब सर्वेक्षण खत्म होने के बाद ही स्वच्छता के हिसाब से जिले को रैंक दिया जाएगा। डोर टू डोर सर्वेक्षण में पाया गया कि ज्यादातर वार्डों से घरों से कचरे का उठान हो रहा है। गीला व सूखा कचरा अलग करने को लेकर जांच की गई तो पाया गया कि ठेकेदार ने टीपर व रेहड़ियों को दो भागों में बांटा हुआ है। कचरा उठान वाले कर्मचारियों की वर्दी चेक की गई, लेकिन कुछ कर्मचारियों के पास वर्दी नहीं पाई गई। सर्वेक्षण के दौरान जो भी कमियां पाई गई हैं उन्हें दूर करने के निर्देश नगर परिषद अधिकारियों को दिए गए हैं। सर्वेक्षण के बाद टीम ने नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज से भी सफाई कर्मचारियों के बारे में जानकारी हासिल की।
कचरा डंपिग प्लांट के पास
पौधे लगाने के आदेश
टीम ने खुराना रोड स्थित कचरा डंपिग प्लांट का निरीक्षण किया। प्लांट पर गीला व सूखा कचरा अलग करने का काम सुचारू रूप से नहीं पाया गया। हालांकि ठेकेदार के कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन अब इसे नियमित रूप से करने की जरूरत है। इसके अलावा प्लांट के चारों ओर पेड़-पौधे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। प्लांट का मुख्य गेट बनाने के आदेश दिए गए हैं ताकि बाहर से कचरा ना दिखाई दे।
दिशा निर्देश को पूरा किया जाएगा
नगर परिषद के सचिव नरेंद्र शर्मा ने बताया कि एनजीटी की टीम सर्वेक्षण के लिए आई थी। सफाई को लेकर कुछ दिशा-निर्देश टीम के सदस्यों ने दिए हैं, जिन्हें पूरा किया जाएगा। कुछ कमियां मिली हैं, जिन्हें जल्द ही दुरुस्त करवा दिया जाएगा।