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भ्रष्टाचार व विकास कार्य न होने से धरने पर बैठे नप पार्षद

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद में फैले भ्रष्टाचार और शहर में विकास कार्य नहीं होने स

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 07:46 AM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 07:46 AM (IST)
भ्रष्टाचार व विकास कार्य न होने  से धरने पर बैठे नप पार्षद
भ्रष्टाचार व विकास कार्य न होने से धरने पर बैठे नप पार्षद

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद में फैले भ्रष्टाचार और शहर में विकास कार्य नहीं होने से नाराज पार्षदों ने धरना शुरू कर दिया। पार्षद नगर परिषद कार्यालय के मुख्य गेट के सामने ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। पार्षदों ने आरोप लगाया है कि सिटी स्क्वेयर के निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। प्रशासनिक अधिकारी भी जांच धीमी गति से कर रहे हैं। 11 जनवरी को हाउस की बैठक में प्रस्ताव पारित कर कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन उसे भी पूरा नहीं किया गया है। पार्षदों ने सर्वसम्मति से सिटी स्क्वेयर का निर्माण कार्य बंद कराने की मांग की थी, लेकिन आज भी काम चल रहा है। जब तक इस मामले में जांच नहीं हो जाती काम बंद होना चाहिए। पार्षदों का आरोप है कि नप अधिकारियों ठेकेदार के साथ मिलकर टेंडर की राशि को बढ़ाया था। पहले टेंडर 30 करोड़ रुपये का था, लेकिन बाद भी मिलीभगत करके उसे 38 करोड़ रुपये कर दिया गया था। पाइल टे¨स्टग में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ जिसे नप अधिकारी मी¨टग में स्वीकार भी कर चुके हैं। बॉक्स

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ये हैं पार्षदों के मुख्य एजेंडे

सिटी स्क्वेयर मामले में भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई हो। विकास कार्यों को बीच में न रोका जाए और सामान रूप से किया जाए। शहर की सफाई व्यवस्था सुचारू रूप से चले। शहर की सीवरेज व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को जल्द से जल्द लाभ दिया जाए। बीपीएल कार्ड की उचित व्यवस्था होना चाहिए। हटाए गए 140 सफाई कर्मचारियों को दोबारा से नौकरी दो। 11 जनवरी को हुई हाउस की मी¨टग की कॉपी पार्षदों को दी जाए। राजनीति से ऊपर उठ कर शहर के विकास को प्राथमिकता दी जाए। बॉक्स

जांच कमेटी ने लिए तत्कालीन नप अधिकारियों के बयान

बुधवार को सिटी स्क्वेयर निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही जांच कमेटी ने तत्कालीन नप अधिकारियों के बयान दर्ज किए। एडीसी की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी ने निर्माण कार्य स्थल का निरीक्षण भी किया। मौके पर ही तत्कालीन ईओ विक्रम ¨सह, एमई सुमित, जेई हवा ¨सह के बयान दर्ज किए गए हैं। टीम सुबह दस बजे निर्माण स्थल पर पहुंची जो करीब दोपहर तीन बजे तक जांच करती रही। अब मौजूदा नप अधिकारियों के बयान दर्ज किए जाएंगे। एक सप्ताह तक जांच पूरी होने की संभावना जताई जा रही है। बॉक्स

एक बार फिर खराब हो सकती है सफाई व्यवस्था

पार्षदों के साथ नगर परिषद से हटाए गए 140 सफाई कर्मचारियों ने भी धरना शुरू कर दिया है। सफाई कर्मचारियों का आरोप है कि कुछ दिन पहले जो ठेके पर भर्ती हुई है उसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है। पैसे लेकर यह भर्ती की गई है। अगर भर्ती करनी ही थी तो हटाए गए कर्मचारियों को काम पर रखना चाहिए था, जबकि ऐसा नहीं किया गया। प्रधान रामशरण कल्याण ने कहा कि अगर 18 फरवरी तक हटाए गए कर्मचारियों को काम पर नहीं रखा गया तो सभी कच्चे व पक्के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। फायर ब्रिगेड के कर्मचारी भी काम बंद देंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। राज्य कमेटी के आह्वान पर 18 से 20 फरवरी को क्रमिक भूख हड़ताल भी शुरू की जाएगी। बॉक्स

ये पार्षद रहे धरने पर मौजूद

धरने पर पूर्व नप चेयरमैन यशपाल प्रजापति, पार्षद राकेश सरदाना, पार्षद कुलदीप सैनी, पार्षद ज्योति सैनी, पार्षद प्रवीन, पार्षद निशा गर्ग, पार्षद रमेश गुप्ता, पार्षद ब्रिज मोहन, प्रतिनिधि वरूण मित्तल, प्रतिनिधि धर्मबीर भोला, प्रतिनिधि संजय गर्ग, कृष्ण सैनी मौजूद थे। बॉक्स

नगर परिषद चेयरपर्सन सीमा कश्यप ने बताया कि सिटी स्क्वेयर मामले की जांच प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं। शहर में समान रूप से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। किसी से कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है। ---------


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