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नप व एजेंसी ने कचरा निस्तारण के लिए नहीं उठाया कोई कदम

नगर परिषद की ओर से खुराना रोड पर पांच एकड़ जमीन पर कचरा डंपिग प्लांट बनाया हुआ है। 2014 में यहां कचरा प्लांट शुरू हुआ था। करीब पांच सालों से प्लांट में कचरा डाला जा रहा है। प्लांट में करीब दस से 12 हजार टन कचरा एकत्रित हो गया है। नगर परिषद व कचरा उठाने वाली एजेंसी की ओर से कचरा निस्तारण को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 09:51 AM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 06:15 AM (IST)
नप व एजेंसी ने कचरा निस्तारण  के लिए नहीं उठाया कोई कदम
नप व एजेंसी ने कचरा निस्तारण के लिए नहीं उठाया कोई कदम

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की ओर से खुराना रोड पर पांच एकड़ जमीन पर कचरा डंपिग प्लांट बनाया हुआ है। 2014 में यहां कचरा प्लांट शुरू हुआ था। करीब पांच सालों से प्लांट में कचरा डाला जा रहा है। प्लांट में करीब दस से 12 हजार टन कचरा एकत्रित हो गया है। नगर परिषद व कचरा उठाने वाली एजेंसी की ओर से कचरा निस्तारण को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।

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हालांकि एक महीने से प्लांट पर कचरे से प्लास्टिक, पोलिथिन व कांच को अलग-अलग किया जा रहा है। बाकि बचे हुए कचरे को प्लांट में ही एकत्रित किया जा रहा है। नियम के अनुसार एजेंसी को कचरे की छंटनी करके गीला व सूखा कचरा अलग करना होता है। कचरे से प्लास्टिक, पोलिथिन व ठोस कचरे को अलग करना होता है। इसके बाद कचरे की खाद बनानी होती है ताकि कचरे के ढेर ना लग सकें। पांच सालों में यह काम एक बार भी शुरू नहीं हो पाया है। एनजीटी की शर्तों के अनुसार काम नहीं किया जा रहा है, जिस कारण कचरे के बड़े-बड़े ढेर लग गए हैं।

शहर में बनाए गए हैं 20 कचरा प्वाइंट

नगर परिषद की ओर से शहर में 20 कचरा प्वाइंट बनाए गए हैं। सभी प्वाइंटों पर कचरा एकत्रित होता है, जहां से एजेंसी के कर्मचारी कचरे को उठाकर डंपिग प्लांट पर ले जाते हैं। शहर से रोजाना 80 से 90 टन कचरे का उठान होता है। अगर एक या दो दिन कचरे का उठान न हो तो सड़कों पर कचरे के ढेर लग जाते हैं। एजेंसी के 84 कर्मचारी डोर टू डोर कचरा उठाने व कचरा प्वाइंट से कचरा उठाकर डंपिग प्लांट में ले जाने का काम करते हैं। एजेंसी को छह महीने के लिए करीब 90 लाख रुपये में ठेका दिया हुआ है।

कचरे की छंटनी का काम शुरू

आकांक्षा इंटरप्राइजिज के मैनेजर दीपांशु ने बताया कि उन्होंने कचरा प्लांट पर कचरे की छंटनी का काम शुरू किया हुआ है। खाद बनाने को लेकर काम शुरू नहीं हो पा रहा है। प्लांट में गड्ढे खोदे जा रहे हैं ताकि कचरे को उनमें डाला जा सके। छंटनी किया गया प्लास्टिक व अन्य सामान को बेच दिया जाता है।

कचरे से खाद बनाने का काम नहीं हुआ शुरू

नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक मोहन भारद्वाज ने बताया कि कचरे से खाद बनाने का काम एजेंसी का है। इसके लिए कई बार एजेंसी को बोला जा चुका है, लेकिन काम शुरू नहीं हो पा रहा है। नियम के अनुसार एजेंसी को कचरे की खाद बनानी चाहिए और नियमित रूप से गीले व सूखे कचरे की छंटनी करनी चाहिए।


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