नप में पालिका अभियंता के दो पद एक महीने से रिक्त
नगर परिषद में दो पालिका अभियंता के पद स्वीकृत हैं। एक महीने से पालिका अभियंताओं की दोनों कुर्सी खाली पड़ी है। बिना अभियंता के नगर परिषद में कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। शहर के विकास कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं। बिना अभियंता के विकास कार्यों के नए टेंडर नहीं लगाए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद में दो पालिका अभियंता के पद स्वीकृत हैं। एक महीने से पालिका अभियंताओं की दोनों कुर्सी खाली पड़ी है। बिना अभियंता के नगर परिषद में कामकाज प्रभावित हो रहे हैं। शहर के विकास कार्य शुरू नहीं हो पा रहे हैं। बिना अभियंता के विकास कार्यों के नए टेंडर नहीं लगाए जा रहे हैं।
एक महीना पहले नप के पालिका अभियंता का तबादला हो गया था। पालिका अभियंता के डोंगल से ही टेंडर लगते हैं। टेंडर खोलने के लिए भी अभियंता का होना जरूरी होता है। इसके अलावा ठेकेदारों के बिलों से संबंधित कार्य भी अभियंता ही करता है। शहर में जो भी विकास कार्य चल रहे होते हैं, उनकी देखरेख की जिम्मेदारी भी अभियंता की होती है। करीब छह महीने से नगर परिषद में एक पालिका अभियंता था और उसका भी अब तबादला हो चुका है।
हालांकि नप अधिकारियों की ओर से उच्च अधिकारियों को इस बारे में अवगत करवा दिया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही नप को पालिका अभियंता मिल जाएगा और उसके बाद विकास कार्यों के टेंडर लग पाएंगे।
विभाग के पास भेजनी पड़ी थी फाइल
नगर परिषद की ओर से आचार संहिता से पहले एक्सईएन के डोंगल पर 22 वार्डों के विकास कार्यों के टेंडर लगाए थे। करीब साढ़े दस करोड़ रुपये के विकास कार्य होने थे। कुछ पार्षदों ने एक्सईएन के टेंडर लगाने का विरोध कर दिया था। विरोध के बाद टेंडर नहीं खोले गए थे। टेंडर खोलने की अनुमति लेने के लिए नगर परिषद की ओर से फाइल को शहरी स्थानीय निकाय विभाग के कार्यालय भेजा गया है। वहां से फिलहाल कोई आदेश नहीं आए हैं। इसके अलावा भी करीब 30 करोड़ रुपये के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
उच्च अधिकारियों को सूचित किया है
नगर परिषद के कार्यकारी अशोक कुमार ने बताया कि पालिका अभियंता को लेकर उच्च अधिकारियों को सूचित किया हुआ है। बिना अभियंता के नए टेंडर लगाने में परेशानी हो रही है। उम्मीद है जल्द ही नप को पालिका अभियंता मिल जाएगा।