नशे में धुत एसएचओ ने साइकिल सवार को मार टक्कर
नशे में धुत चीका थाना एसएचओ रामचंद्र देसवाल ने अपनी गाड़ी से साइकिल व्यक्ति को मारी टक्कर।
जागरण संवाददाता, कैथल : नशे में धुत चीका थाना एसएचओ रामचंद्र देसवाल ने अपनी गाड़ी से साइकिल सवार एक व्यक्ति को टक्कर मारकर घायल कर दिया। इसके बाद पीड़ित के साथ मारपीट और गाली-गलौज की। यही नहीं, एसएचओ की गाड़ी से 10 से 12 देसी शराब की बोतलें भी मिली हैं। थाने में भी एसएचओ कभी पीड़ित परिवार के सदस्यों से माफी मांगता तो कभी धमकियां देता रहा। पुलिस के कर्मचारी भी एसएचओ का मेडिकल करवा कार्रवाई करने की बजाय मामले को दबाने में लगे रहे। वहीं, एसएचओ नशे में चिल्ला रहे थे कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, उनका तबादला पलवल हो गया है और वह ड्यूटी पर नहीं है। थाने के कर्मचारी जब एसएचओ को उनकी ही कार में बैठाकर ले जाने लगे तो पीड़ित परिवार के सदस्य गाड़ी के आगे अड़ गए।
एसएचओ ने पीड़ित को थाने में भी मारी लात
कार की चपेट में आने से घायल पीड़ित महावीर ने बताया कि वह चीका रोड पर एक बाग में काम के लिए जा रहा था। इसी दौरान सामने से गाड़ी ने टक्कर मार दी। एसएचओ ने उसके साथ मारपीट की और गालियां दी। थाने में भी पुलिस कर्मियों और पूरे स्टाफ के सामने भी लात मारी।
अस्पताल की बजाय थाने ले आई पुलिस
सिटी थाना पुलिस नशे में धुत चीका एसएचओ रामचंद्र देसवाल को कार में बैठाकर और पीड़ित को दूसरी गाड़ी से थाने में ले आई। पुलिस ने पीड़ित को अस्पताल पहुंचाने की बजाय थाने ले जाना जरूरी समझा। करीब एक घंटे बाद पुलिस ने परिजनों को इजाजत दी कि वह घायल को अस्पताल ले जाए। हालांकि बाद में पुलिस अपनी गाड़ी से महावीर को अस्पताल ले गई।
सिटी थाना एसएचओ ने जताई अनभिज्ञता
यह ड्रामा थाने में करीब एक घंटे तक चला। एसएचओ जयवीर को जब सांय सवा छह बजे फोन किया तो उन्होंने कहा कि अस्पताल से सूचना मिली है। कर्मचारियों को भेज रहे हैं, पता करने के लिए। मामले में किसी कर्मचारी या अधिकारी के संलिप्त होने से भी अनभिज्ञता जताई।
वर्जन
एसआइ रामचंद्र देसवाल को हमने दो दिन पहले ही रिलीव कर दिया था और पता चला है कि वे आज ड्यूटी पर भी नहीं थे। घटना की जानकारी मिली है। डीएसपी रामकुमार को सुपरवाइजरी आफिसर नियुक्त किया गया है। जांच में दोषी पाए जाते हैं तो आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
- आस्था मोदी, एसपी कैथल।