असल में मॉडल साबित हो रहे जिले के आरोही मॉडल स्कूल
- अन्य सरकारी स्कूलों की तुलनों में कहीं ज्यादा है परिणाम प्रतिशत - कई बड़े निजी स्कूलों को भी छोड़
- अन्य सरकारी स्कूलों की तुलनों में कहीं ज्यादा है परिणाम प्रतिशत
- कई बड़े निजी स्कूलों को भी छोड़ा पीछे, मेरिट पाने वाले विद्यार्थियों भरमार
जागरण संवाददाता, कैथल : आरोही मॉडल स्कूल ग्योंग दसवीं का परिणाम 100 प्रतिशत, मेरिट 25, बारहवीं 95.6 प्रतिशत, मेरिट 38। आरोही मॉडल स्कूल सौंगरी का दसवीं का परिणाम 95.2, मेरिट 25 और बारहवीं का 92.2 प्रतिशत, मेरिट 23। आरोही स्कूल रामगढ़ पांडवा का दसवीं का परिणाम 94.74, मेरिट 14 और बारहवीं का 82.76 प्रतिशत, मेरिट 19 रहा। ये परीक्षा परिणाम कोई विख्यात निजी स्कूलों का नहीं है। यह परिणाम है जिला के तीन आरोही मॉडल स्कूलों का। आरोही मॉडल स्कूल असल में मॉडल स्कूल साबित हो रहे हैं। बोर्ड परीक्षा परिणामों में तीनों स्कूल का परिणाम अव्वल दर्जे का रहा है। एक तरफ जहां हरियाणा बोर्ड का कैथल का दसवीं परीक्षा परिणाम 51 प्रतिशत है तो बारहवीं का बोर्ड परीक्षा परिणाम 63 प्रतिशत रहा। जो आरोही स्कूलों की तुलना में बहुत कम है। बोर्ड परीक्षा परिणाम के बाद जहां सरकारी स्कूलों की किरकिरी हो रही हैं, वहीं आरोही मॉडल स्कूलों की प्रशंसा हो रही है। बॉक्स
परिणाम ही नहीं हर क्षेत्र में आगे
आरोही मॉडल स्कूल सिर्फ परीक्षा परिणामों में ही बाजी नहीं मार रहे हैं। अन्य स्कूल गतिविधियों
दूसरी प्रतियोगिताओं में भी स्कूल ना सिर्फ भागीदारी करते हैं, बल्कि सभी निजी और सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पछाड़कर ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर भी अपना और स्कूल का नाम रोशन कर रहे हैं। बॉक्स
अंग्रेजी मीडियम से कर रहे हैं पढ़ाई
आरोही मॉडल स्कूलों में विद्यार्थियों को अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाया जा रहा है। स्कूल में प्रवेश परीक्षा को पास करने वाले विद्यार्थियों को ही नौवीं कक्षा में दाखिला दिया जाता है जो बारहवीं तक शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। विशेषता ये है कि जिस ब्लॉक में स्कूल है उसमें उस ब्लॉक के विद्यार्थी ही दाखिला ले सकते हैं। एक कक्षा में अधिकतम 120 विद्यार्थी ही दाखिला ले सकते हैं। बॉक्स
लेक्चरर की कमी को भी नहीं आने दिया आड़े
आरोही मॉडल स्कूलों में लेक्चरर की भारी कमी थी। तीनों स्कूलों में 12 पद खाली पड़े थे, लेकिन उसके बाद भी लेक्चरर ने एक दूसरा का सहयोग किया और परिणाम सबके सामने हैं। सुखद बात ये है कि अब नए सत्र में इन लेक्चरर की कमी भी पूरी हो गई है। 12 में से 10 लेक्चरर स्कूलों ज्वाइन कर चुके हैं। बॉक्स
अन्य ब्लॉक भी कर रहे आरोही स्कूलों की मांग
जिला के तीन ब्लॉक कैथल, राजौंद और कलायत में ही फिलहाल आरोही मॉडल स्कूल चल रहे हैं। परीक्षा परिणाम और विद्यार्थियों का स्तर देखकर अन्य ब्लॉक भी अपने यहां आरोही मॉडल स्कूल खोलने की मांग करने लगे हैं। वर्जन
आरोही मॉडल स्कूल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे सच में मॉडल हैं। शिक्षकों और विद्यार्थियों की मेहनत को छिपी नहीं रह सकती है। सरकार से मांग करेंगे अन्य ब्लॉक में भी इस तरह के मॉडल स्कूल खोले जाएं, ताकि सभी जिला के विद्यार्थियों को इनमें पढ़ने का मौका मिले।
- डॉ. रामकुमार फलसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी कैथल।