ग्रामीण क्षेत्र में अब घर बैठे होगी टीबी मरीजों की जांच
टीबी की संभावना होने पर मरीज को अब अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर के पुराना अस्पताल में एक मोबाइल वैन भेजी गई है। यह वैन बुधवार से लेकर एक सप्ताह तक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी के संभावित मरीजों की जांच करेगी। इस वैन में जांच मशीन के साथ-साथ एक लैब सुपरवाइजर और एक ट्रीटमेंट सुपरवाइजर भी रहेगा।
जागरण संवाददाता, कैथल : टीबी की संभावना होने पर मरीज को अब अस्पताल के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर के पुराना अस्पताल में एक मोबाइल वैन भेजी गई है। यह वैन बुधवार से लेकर एक सप्ताह तक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी के संभावित मरीजों की जांच करेगी। इस वैन में जांच मशीन के साथ-साथ एक लैब सुपरवाइजर और एक ट्रीटमेंट सुपरवाइजर भी रहेगा। ट्रीटमेंट सुपरवाइजर को एरिया के अनुसार सेवा में लिया जाएगा। जांच सप्ताह के दौरान यह वैन कलायत, गुहला, ढांड या कौल, सीवन, राजौंद व पूंडरी का दौरा करेगी। इसके अलावा बड़े गांवों में भी जांच के लिए जाएगी।
जांच के तुरंत बाद मिलेगी रिपोर्ट
टीबी की जांच आधुनिक मशीनों से की जाएगी। इसमें संभावित मरीजों के बलगम की जांच के बाद तुरंत रिपोर्ट दे दी जाएगी। वैन में लगी मशीन से सीबीनेट टेस्ट किया जाएगा। टीबी की पुष्टि होने पर मरीजों को तुरंत इलाज शुरू करवाने की सलाह दी जाएगी। टीवी के मरीज को प्रतिमाह दिए जाएंगे 500 रुपये
टीबी रोग की पुष्टि होने पर मरीजों का इलाज शुरू किया जाएगा। जो मरीज सरकारी अस्पताल से इलाज शुरू करवाते हैं, उन्हें इलाज चलने तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इससे मरीजों के रोग पर होने वाले खर्च को वहन करने में आसानी रहेगी। टीबी की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग चंडीगढ़ की ओर से जांच मशीन आई है। यह मशीनों गांव में जाकर लोगों की जांच करेगी। मशीन के माध्यम से लोगों को बीमारी से बचाने का प्रयास किया जा रहा है।
- डॉ. संदीप बातिश, नोडल अधिकारी