विषय अनुसार मेरिट लिस्ट जारी होने से विद्यार्थी परेशान, विसंगतिया दूर न होने से भी खफा
शहर के कालेजों में दाखिला प्रक्रिया के तहत दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद फीस जमा की जा रही है। इस दौरान दो कालेजों आरकेएसडी कालेज और इंदिरा गांधी महिला कालेज में दाखिला प्रक्रिया के तहत व्यवस्थाओं की जांच की गई।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर के कालेजों में दाखिला प्रक्रिया के तहत दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद फीस जमा की जा रही है। इस दौरान दो कालेजों आरकेएसडी कालेज और इंदिरा गांधी महिला कालेज में दाखिला प्रक्रिया के तहत व्यवस्थाओं की जांच की गई। मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद विद्यार्थियों को उच्चतर शिक्षा विभाग की विसंगतियों से परेशानी आ रही है। विद्यार्थियों का कहना है कि दाखिला प्रक्रिया में विषय अनुसार जारी मेरिट लिस्ट से योग्य विद्यार्थियों का दोनों ही लिस्ट में नाम नहीं आया है। यदि विभाग सामान्य मेरिट सूची के लिस्ट जारी करता है तो परेशानी नहीं होगी। इन विद्यार्थियों का कहना है कि अधिक फीसद अंक होने के बावजूद उन्हें उनकी मनपसंद का कालेज नहीं मिल पा रहा है।
कई छात्राएं अच्छे अंक होने के बावजूद दाखिले से वंचित
समय सुबह 10 बजकर 40 मिनट का था। करनाल रोड स्थित इंदिरा गांधी महिला कालेज में दाखिले के लिए उत्सुक छात्राएं यहां बनाए गए काउंटर पर पहुंच रही थी। यहां पर जानकारी प्राप्त कर रही थी और बाहर चस्पा की गई मेरिट सूची में नाम देख रही थी। नाम होने पर फीस की जानकारी प्राप्त कर अपने सभी दस्तावेज देकर दाखिले की फीस जमा करवा रही थी। कई ऐसी छात्राएं भी पहुंच रही हैं, जो अधिक नंबर होने के बावजूद दाखिले से वंचित थी।
92 फीसद अंक होने पर भी नहीं मिला दाखिला : छात्रा स्नेहा
गांव ग्योंग से पहुंची छात्रा स्नेहा रानी ने बताया कि उसके 12वीं में 92 फीसद अंक हैं। उसने गणित और राजनीति शास्त्र विषय में दाखिला लेना चाहती है। आवेदन करते समय यह दोनों विषय नहीं भरे थे। उसने बताया कि इस दौरान 87 फीसद अंकों की दूसरी छात्रा को दाखिला मिल गया। जबकि उसे नहीं मिला। केटेगरी भी दोनों की बराबर है। स्नेहा ने बताया कि दूसरी छात्रा ने विषय का चयन किया। जबकि उसने नहीं। विभाग ने विषय के केटेगरी अनुसार ही मेरिट लिस्ट जारी की है।
मेरिट सूची में नाम न आने से विद्यार्थियों दिखे परेशान
वहीं सुबह 11 बजे आरकेएसडी पीजी कालेज में दाखिला प्रक्रिया को लेकर काफी चहल-पहल दिखी। कालेज द्वारा भी बीए, बीकाम और विज्ञान संकाय को लेकर अलग से काउंटर बनाए गए हैं। यहां पर भी फीस जमा करवाने के लिए भारी संख्या में विद्यार्थी पहुंच रहे थे। यहां पर भी कई विद्यार्थियों का मेरिट सूची में नाम न आने के कारण वह स्टाफ सदस्यों से जानकारी लेते दिखाई दिए।
यह कहना है छात्र गुरमीत का
कालेज में पहुंचे गांव मानस निवासी छात्र गुरमीत ने बताया कि उसने आरकेएसडी कालेज में बीए में दाखिला लेने के लिए आवेदन किया था। उसके 12वीं में 93 प्रतिशत अंक है, लेकिन दाखिला नहीं हो पाया। उसने बताया कि उसने विषयों का चयन नहीं किया। जिस कारण वह दाखिले से वंचित रह गया। जबकि उससे कम अंकों वाले विद्यार्थियों का विषयों का चयन करने के चलते आसानी से दाखिला हो गया।
89 फीसद अंक होने पर भी गुरनाम को नहीं मिला दाखिला
आरकेएसडी कालेज में दाखिला लेने आए गांव सिरटा के गुरनाम सिंह ने बताया कि उसके 12वीं में 89 फीसद अंक हैं। वह भी बीए में दाखिला लेना चाहता है। उसने विषयों का चयन नहीं किया। 87 फीसद अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी का चयन हो गया। इस बार विभाग द्वारा विषयों के अनुसार मेरिट लिस्ट लगाई जाने से यह समस्या आ रही है। जबकि पहले ऐसा नहीं होता था। विभाग को कालेज प्रबंधन को भी दाखिला करने की अनुमति देनी चाहिए।
कालेजों में पहली मेरिट लिस्ट में हुए आधी सीटों पर दाखिले
कालेजों में जारी हुई पहली मेरिट लिस्ट के अनुसार इसमें शामिल आधी सीटों पर दाखिले हो चुके हैं। अब दूसरी मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद दाखिले की फीस जमा करवाई जा रही है। इसके बाद 28 सितंबर को ओपन काउंसलिग के लिए पोर्टल खोला जाएगा। जिसमें एक अलग से मेरिट लिस्ट बनने के बाद विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों को विषय बदलने का अवसर भी मिलेगा।
उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा नियमों के अनुसार ही दाखिले किए जा रहे हैं। जिन विद्यार्थियों का मेरिट लिस्ट में शामिल नाम नहीं है। उसे ओपन काउंसलिग में आसानी से दाखिला मिल जाएगा। ओपन काउंसलिग में उसी विद्यार्थी को दाखिले के लिए प्राथमिकता दी जाएगी, जिस विद्यार्थी के अधिक अंक होंगे।
राजेश कुमार, प्राचार्य, श्री कपिल मुनि राजकीय महिला कालेज, कलायत।