महिलाओं पर शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही अंजू आर्य
महिला सशक्तीकरण समिति का गठन दो साल पहले हुआ था। शुरूआत में सात महिलाओं थी इसके बाद कारवां बढ़ता गया आज 150 के पार संख्या हो गई है। समिति से जुड़ी सदस्य न केवल महिलाओं और बच्चों पर हो रहे शोषण को लेकर आवाज उठा रही हैं बल्कि उनके उत्थान को लेकर भी काम रही हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : महिला सशक्तीकरण समिति का गठन दो साल पहले हुआ था। शुरूआत में सात महिलाओं थी, इसके बाद कारवां बढ़ता गया, आज 150 के पार संख्या हो गई है। समिति से जुड़ी सदस्य न केवल महिलाओं और बच्चों पर हो रहे शोषण को लेकर आवाज उठा रही हैं, बल्कि उनके उत्थान को लेकर भी काम रही हैं। चाहे झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाली महिलाओं को सेनेटरी पैड बांट रही हैं, बल्कि बच्चों को वर्दी व जूते वितरण करते हुए उन्हें शिक्षा के प्रति भी प्रेरित कर रही हैं। इसके साथ-साथ घरेलू हिसा से पीड़ित महिलाओं को भी न्याय दिलवाने का काम कर रही हैं।
समिति की अध्यक्ष अंजू आर्य ने बताया कि बच्चों को स्वास्थ्य व शिक्षा के प्रति जागरूक करना। महिलाओं को व बालिकाओं को उनकी सुरक्षा के प्रति जागृत व सशक्त करना रहा है। महिलाओं के उत्थान को लेकर दो सालों से कई बेहतर कार्य किए हैं। बताया कि समिति की तरफ से अब तक कई रक्तदान शिविर आयोजित किए जा चुके हैं। दो सप्ताह पहले समिति सदस्यों ने राज्यमंत्री कमलेश ढांडा से भी मिलकर जिन गांव में बस सुविधा नहीं है, वहां की बेटियों को स्कूल व कॉलेज में आने-जाने के लिए काफी दिक्कत आती है। उन गांव में बस सुविधा की मांग को लेकर मांगपत्र सौंपा गया।
समिति की अध्यक्षा अंजू आर्य, सुशील, मीना, गुरमीत ने बताया कि समिति की तरफ से नशा, पर्यावरण बचाओ, एड्स, कैंसर, जल संरक्षण सहित अन्य विषयों का चयन करते हुए जागरूकता रैली निकाली गई हैं। गांव में भी समिति की सदस्य दौरा करते हुए महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करती हैं। घरेलू हिसा की शिकार महिलाओं को न्याय दिलवाने के लिए कानूनी सहायता मुहैया करवाई जाती है। इसके साथ-साथ कैंप लगाकर निशुल्क दवाइयां वितरित की जाती हैं। इसके साथ-साथ संस्था की तरफ से गरीब परिवार की बेटियों के विवाह में भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। अंजू आर्य ने बताया कि संस्था की सभी पदाधिकारियों ने बैठक करते हुए भविष्य की भी कार्ययोजना तैयार की है। इनमें दुर्गा शक्ति टीम के साथ स्कूलों का दौरा करते हुए छात्राओं को सरकार की तरफ से बेटियों के उत्थान को लेकर चलाई जा रही योजनाओं को लेकर जागरूक करना और कानूनी सहायता के बारे में प्रेरित करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ-साथ महिलाओं के लिए स्वास्थ्य कैंप लगाने का फैसला लिया गया है।