प्रबंधक कमेटी ने स्कूल की प्रिसिपल, वाइस प्रिसिपल को हटाया, स्टाफ ने किया प्रदर्शन
शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान हिदू कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का स्टाफ और प्रबंधक कमेटी आमने-सामने आ गए हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान हिदू कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का स्टाफ और प्रबंधक कमेटी आमने-सामने आ गए हैं। एक पक्ष का आरोप है कि बिना किसी कारण के प्रिसिपल मोनिका कौशिक और वाइस प्रिसिपल सीमा को नौकरी से निकाल दिया गया। जबकि प्रबंधक समिति इसे कोरोना महामारी के चलते स्कूल के खर्चे कम करने की दिशा में उठाया गया कदम बता रही है।
प्रबंधन समिति के फैसले के खिलाफ प्रिसिपल के नेतृत्व में दर्जन भर अध्यापिकाएं पहले विधायक लीला राम से मिलीं और फिर सीटीएम सुरेश राविश को शिकायत पत्र सौंपा।
उधर, समिति ने प्रिसिपल और वाइस प्रिसिपल पर रविवार के दिन कार्यालय में आकर रिकॉर्ड ले जाने का भी आरोप लगाया। इस बीच हिदू ब्वायज स्कूल की प्रिसिपल ममता कौशिक को आनन-फानन में हिदू कन्या स्कूल का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया गया है।
प्रिसिपल खेमे का पक्ष
प्रिसिपल मोनिका कौशिक का कहना है कि वर्ष 2004 में हिदू कन्या स्कूल की शुरूआत हुई थी। उन्होंने वर्ष 2014 में ज्वाइन किया। उस समय स्कूल में 470 छात्राएं थी। आज स्कूल में 850 के करीब छात्राएं हैं। शिक्षा ही नहीं बल्कि खेल, सांस्कृतिक सहित अन्य गतिविधियों में आज स्कूल की अलग से पहचान है। स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर छात्राओं ने स्कूल और जिले का नाम रोशन किया है।
पिछले कई सालों से स्कूल बुलंदियों पर है, लेकिन अप्रैल 2019 में प्रवीण चौधरी स्कूल के प्रधान बने और हिदू शिक्षा समिति के प्रधान राम चौधरी हैं। कोरोना महामारी के चलते स्कूल बंद है। प्रिसिपल और स्टाफ को भी स्कूल में न जाने के आदेश प्रशासन की तरफ से लॉकडाउन में थे। इसके बावजूद प्रवीण चौधरी और राम सिंह चौधरी ने उन्हें जबरदस्ती स्कूल में बुलाया।
वे सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक ड्यूटी पर आती थी। उन्होंने बताया कि सवा पांच लाख के करीब फीस अब तक अप्रैल, मई और जून माह की जमा हो चुकी है।
प्रिसिपल का आरोप है कि 23 अप्रैल को स्कूल समिति के प्रधान राम सिंह ने उसे सस्पेंड कर दिया, जबकि उनकी कोई गलती नहीं थी। 28 अप्रैल को उन्हें फिर से बहाल कर दिया गया। 13 जून को प्रधान प्रवीण चौधरी ने नियमों का पालन न करते हुए एक बैठक बुलाकर उन्हें और वाइस प्रिसिपल को पद से हटा दिया। किसी तरह का कोई कारण नहीं बताया गया। जबकि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बात कही थी कि कोई भी संस्था या प्रतिष्ठान मालिक कर्मचारियों को नौकरी से न निकालें।
ज्यादातर शिक्षिकाएं प्रिसिपल के पक्ष में
स्कूल प्रिसिपल और वाइस प्रिसिपल का कहना है कि स्कूल में 38 स्टाफ है। उनका दावा है कि ज्यादातर ने उनके समर्थन में इस्तीफा दे दिया है। 20 के करीब शिक्षक विधायक लीला राम और सीटीएम को लघु सचिवालय में ज्ञापन देने के लिए पहुंची।
वहीं, प्रबंधक कमेटी का कहना है कि उनके पास किसी भी शिक्षक का कोई इस्तीफा नहीं आया है। कुछ शिक्षकों पर जान-बूझकर इस्तीफा देने का दबाव बनाने की बात सामने आ रही है।
खर्चे कम करने हैं तो हटाया
स्कूल प्रबंधक समिति के प्रधान प्रवीण चौधरी और हिदू शिक्षा समिति के प्रधान राम चौधरी ने बताया कि किसी से कोई द्वेष नहीं है। संस्थान के हित को देखते हुए ऐसा फैसला लिया गया है। कोरोना महामारी के चलते छात्राओं की संख्या विद्यालय से कम हो गई है। खर्चे बढ़ रहे हैं। इन खर्चो को कम करते हुए ऐसा फैसला लिया गया है। प्रिसिपल की अधिक सैलरी थी। इसलिए प्रिसिपल को हटाया गया है। वहीं वाइस प्रिसिपल का पद खत्म कर दिया है। अन्य स्टाफ को भी धीरे-धीरे कम किया जाएगा। कई विषयों में दो से तीन शिक्षक हैं, उनकी छंटनी की जाएगी।
यह भी आरोप लगाया कि कई दिन पहले रविवार के दिन स्कूल में आकर प्रिसिपल, वाइस प्रिसिपल और एक व्यक्ति स्कूल में आए। प्रिसिपल के कमरे को खोलकर टेबल के लॉक को तोड़ा गया। अंदर से कुछ फाइलें भी चुराई गई हैं। इसकी शिकायत पुलिस लाइन थाना में दी गई हैं। प्रेस वार्ता के दौरान 10 लाख रुपये के गबन को लेकर भी बात सामने आई, जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई है।
ममता कौशिक को सौंपा कार्यभार
टिबंर मार्केट स्थित हिदू ब्वायज वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय स्कूल की प्रिसिपल ममता कौशिक को हिदू कन्या स्कूल की प्रिसिपल का कार्यभार सौंपा गया। स्कूल प्रबंधक समिति प्रधान और हिदू शिक्षा समिति के प्रधान राम चौधरी सहित अन्य सदस्यों ने गुलदस्ता भेंट कर यह जिम्मेदारी सौंपते हुए उनका स्वागत किया।
डीईओ की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई
सीटीएम सुरेश राविश ने बताया कि हिदू कन्या स्कूल में स्टाफ और मैनेजमेंट को लेकर चल रहे विवाद की शिकायत मिली है। स्कूल स्टाफ ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच के लिए डीईओ की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गई है। रिपोर्ट आने पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। जांच पूरी तरह से निष्पक्ष होगी।