बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए माइंड मैपिग तकनीक का दिया ज्ञान
हिदी प्राध्यापक डॉ.विजय कुमार चावला ने दसवीं कक्षा के बच्चों को हिदी व अन्य विषयों की बेहतर ढंग से तैयारी करने के लिए माइंड मैपिग तकनीक को विस्तार से समझाया।
जागरण संवाददाता, कैथल: हिदी प्राध्यापक डॉ.विजय कुमार चावला ने दसवीं कक्षा के बच्चों को हिदी व अन्य विषयों की बेहतर ढंग से तैयारी करने के लिए माइंड मैपिग तकनीक को विस्तार से समझाया।
चावला ने बताया कि विजुअली रिवाइज करने से हमारी स्मरण शक्ति बढ़ती है, पर इस रिवाइज करने का तरीका क्या हो। विजुअली रिवाइज करने का तरीका है माइंड मैपिग। यह एक ऐसी नई तकनीक है, जो हमें विषय को समझने और याद रखने में मदद करती है। दसवीं कक्षा के बच्चों को संज्ञा, अलंकार, समास, संधि के माइंड मैप तैयार करते हुए इन विषयों को आसानी से समझाया। उनका मानना है कि बच्चे यदि अपने-अपने विषयों के माइंड मैप तैयार कर लें तो पेपर के दिनों में उन्हें इस तकनीक का बहुत लाभ होगा।
इसके अतिरिक्त भाषा शिक्षण लैब में हिदी व्याकरण की ऑफलाइन सॉफ्टवेयर में टेस्ट सीरीज तैयार करके आज बच्चों का मूल्यांकन भी किया। बच्चों को 30 प्रश्नों की एक टेस्ट सीरीज दी गई , जिसे उन्होंने ऑफलाइन अपने-अपने कंप्यूटर सेट पर हल किया। कंप्यूटर ने ही बच्चे की प्रश्नावली खत्म होते उन्हें उनका रिजल्ट बताया। कक्षा दसवीं की ललिता व मोंटी ने इस मूल्यांकन परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। वरुण, सिमरन, आंचल, शिवानी और गीता ने 90 प्रतिशत से ऊपर अंक प्राप्त किए। डॉ.चावला ने बताया कि बच्चों को यदि इस प्रकार टेस्ट सीरीज बना कर दी जाए तो उनकी व्याकरण में पकड़ मजबूत हो जाएगी और वे खेल-खेल में व्याकरण को हल कर पाएंगे। इस टेस्ट सीरीज को बच्चे मोबाइल में भी हल कर सकते हैं। यह टेस्ट सीरीज ऑफलाइन हल की जा सकती है। इसके लिए कोई इंटरनेट सुविधा की आवश्यकता नहीं होती। उन्होंने बताया कि आइसीटी तकनीक से तैयार उनका यह प्रयोग पूर्णतया सफल रहा।