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कोयले और पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी होने पर भट्ठा संचालकों ने बढ़ाए ईटों के रेट

कोयले की कमी होने के कारण लोगों को घर बनाना महंगा पड़ रहा है। ईटों के दाम आसमान छू रहे हैं। ईटों के रेट आठ हजार रुपये तक पहुंच सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 06:33 PM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 06:33 PM (IST)
कोयले और पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी होने पर भट्ठा संचालकों ने बढ़ाए ईटों के रेट
कोयले और पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी होने पर भट्ठा संचालकों ने बढ़ाए ईटों के रेट

संवाद सहयोगी, पूंडरी : कोयले की कमी होने के कारण लोगों को घर बनाना महंगा पड़ रहा है। ईटों के दाम आसमान छू रहे हैं। ईटों के रेट आठ हजार रुपये तक पहुंच सकते हैं। पूंडरी ब्लाक ईट भट्ठा एसोसिएशन की बैठक शिव शक्ति ईट भट्ठा भाणा पर हुई। इसमें पूंडरी ब्लाक के शिव शक्ति ईट भट्ठा भाणा, बजरंग भट्ठा भाणा, बालाजी भट्ठा, बजरंग भट्ठा, मारूति भट्टा पिलनी, शिव शक्ति हाबड़ी, बरसाना, विश्वकर्मा भट्ठा हरसोला, दुर्गा भट्ठा हरसोला, लक्ष्मी भट्ठा भाणा, जगदंबा भाणा भट्ठा संचालकों ने भाग लिया। सभी भट्ठा संचालकों ने बैठक कर ईटों के रेट में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। भट्ठा संचालकों का कहना है कि रेट इसलिए बढ़ा रहे हैं कि कोयले, डीजल और मिट्टी के रेटों में भारी बढ़ोतरी हुई है। इस कारण सभी भट्ठा संचालक लगातार घाटे में जा रहे हैं। पहले इन्हीं दिनों कोयला लगभग आठ हजार रुपये टन था वहीं आज कोयला लगभग 22 हजार रुपये टन हो चुका है। डीजल 1500 लीटर का टैंक 90 हजार रुपये में भरता था वहीं आज वही टैंक एक लाख 40 हजार रुपयों से भी अधिक में भरता है। अब ईटों के नए रेट अव्वल ईटें 6500 रुपए प्रति हजार, दड़ा 5700 रुपये और लाल पेटी 4600 रुपये प्रति हजार रहेगा। भट्टा संचालकों ने बताया कि सरकार ने तूड़े और अन्य सामग्री से ईटें पकवाना प्रतिबंधित भी करवा दिया। इस कारण उन्हें कोयले से ही ईटें पकानी पड़ रही हैं। पूंडरी ब्लाक ईटे भट्ठा एसोसिएशन सदस्यों का कहना है कि अब जो नई ईटें तैयार होंगी वे 7500 से आठ हजार रुपये तक भी जा सकती हैं।

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