खरकां स्कूल के प्राचार्य ने परिणामों में लगाया भेदभाव का आरोप
मुख्यमंत्री स्कूल सुंदरीकरण पुरस्कार योजना के जिला स्तर के परिणामों की घोषणा होते ही भेदभाव के आरोप भी लग गए हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खरकां के ¨प्रसिपल सतबीर ¨सह ने आरोप लगाते हुए कहा कि परिणाम संतोषजनक नहीं है। वरिष्ठ माध्यमिक वर्ग में दोबारा स्कूलों की जांच कर परिणाम जारी किए जाएं। उन्होंने परिणामों को कोर्ट में भी चुनौती देने की बात कही है। सतबीर ¨सह ने कहा कि उनके स्कूल जैसा दूसरा स्कूल जिले में नहीं है।
जागरण संवाददाता, कैथल : मुख्यमंत्री स्कूल सुंदरीकरण पुरस्कार योजना के जिला स्तर के परिणामों की घोषणा होते ही भेदभाव के आरोप भी लग गए हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खरकां के ¨प्रसिपल सतबीर ¨सह ने आरोप लगाते हुए कहा कि परिणाम संतोषजनक नहीं है। वरिष्ठ माध्यमिक वर्ग में दोबारा स्कूलों की जांच कर परिणाम जारी किए जाएं। उन्होंने परिणामों को कोर्ट में भी चुनौती देने की बात कही है। सतबीर ¨सह ने कहा कि उनके स्कूल जैसा दूसरा स्कूल जिले में नहीं है। एडीसी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की गई है, जिसमें डीईओ भी शामिल हैं, लेकिन उनके स्कूल में जांच करने के लिए ना तो एडीसी पहुंचे और ना ही डीईओ। जब कमेटी के अध्यक्ष और सहित दो सदस्य जांच करने के लिए पहुंचे ही नहीं तो परिणामों को कैसे सही ठहराया जा सकता है। उनकी मांग है कि इन परिणामों को वापस लेकर दोबारा से जांच की और पूरी कमेटी स्कूलों का दौरा कर परिणाम जारी करे।
उन्होंने कहा कि परिणामों में भेदभाव के को लेकर प्रबंधन समिति भी उनके साथ खड़ी है। उन्होंने दिन रात एक कर स्कूल को चमकाया है। एक बार एडीसी और डीईओ स्कूल की जांच करें और फिर तय करें कि कौनसा स्कूल बेहतर है। उनका स्कूल सभी 20 प्वाइंट पर खरा उतरता है। परिणामों में उनके साथ भेदभाव किया गया है।
वर्जन
वे सभी कमेटी सदस्यों के साथ स्कूल में जांच के लिए गए थे। जब टीम पहुंची तो ¨प्रसिपल व कोई भी सीनियर शिक्षक स्कूल में नहीं था। जबकि टीम के पहुंचने की सूचना पूर्व में ही स्कूल में दी गई थी। टीम के पहुंचने के बाद भी ¨प्रसिपल स्कूल नहीं पहुंचे। इसके अलावा परिणाम सौ प्रतिशत सही हैं और किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया गया है।
- जो¨गद्र ¨सह हुड्डा, जिला शिक्षा अधिकारी कैथल।